न्यूयॉर्क. एलन मस्क ने संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत से मुलाकात की है. खबरों के मुताबिक, इस अरबपति बिजनेसमैन को डोनाल्ड ट्रंप के कॉस्ट कटिंग डिपार्टमेंट का नया संयुक्त प्रमुख बनाए जाने से एक दिन पहले दोनों के बीच यह मीटिंग हुई है.
सीबीएस न्यूज ने अज्ञात सूत्रों के हवाले से बताया कि यह बैठक न्यूयॉर्क में राजदूत आमिर सईद इरावानी के निवास पर हुई, जिसका मकसद दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने के तरीकों पर चर्चा करना था. हालांकि रिपोर्ट में यह साफ नहीं है कि विदेश मंत्री पद के लिए नामित मार्को रुबियो और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ज, जो ईरान के कट्टर विरोधी हैं, को इस बैठक के बारे में जानकारी थी या नहीं. उधर न्यूयॉर्क टाइम्स ने दो ईरानी अधिकारियों के हवाले बताया कि मस्क की ईरानी राजदूत के साथ यह बैठक ‘सकारात्मक’ थी.
पर्दे के पीछे ईरान के साथ कैसा खेल?
अमेरिका के तेहरान के साथ राजनयिक संबंध नहीं हैं, लेकिन मस्क के साथ एक निजी बैठक ने बातचीत का एक रास्ता निकाला है, जिससे ईरान को एक अमेरिकी अधिकारी के साथ बैठक से बचने में मदद मिली. हालांकि भविष्य में दोनों देशों के बीच किस तरह के संबंध होंगे यह कहना मुश्किल है. मस्क और ईरानी दूत की यह मीटिंग रिश्तों में एक अहम पढ़ाव साबित हो सकती है.
इस बीच, एनबीसी ने बताया कि ईरान ने यह आश्वासन दिया है कि वह ट्रंप की हत्या की कोशिश नहीं करेगा. रिपोर्ट के मुताबिक यह आश्वासन लिखित संदेश में आया, जो अमेरिका की इस चेतावनी का जवाब है कि ट्रंप पर हमला ‘युद्ध की कार्रवाई’ होगी.
ट्रंप के राष्ट्रपति बनने से पहले एक्शन में मस्क
डोनाल्ड ट्रंप ने पश्चिम एशिया में इजरायल के साथ जारी जंग और रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने का वादा किया है. ट्रंप के इस वादे को पूरा करने में मस्क ऐसे शख्स के रूप में उभरे हैं, जो परदे के पीछे से तमाम नेताओं के साथ बातचीत कर रहे हैं. ऐसा प्रतीत होता है कि दुनिया के सबसे अमीर आदमी, सत्ता के गलियारों में सरकारी खर्चे को कम करने के काम की अपेक्षा, कहीं अधिक अहम जिम्मेदारी निभाने वाले हैं. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ फोन पर बातचीत के दौरान ट्रंप ने मस्क को भी बातचीत में शामिल किया था. बताया जाता है कि वह रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भी संपर्क में हैं.
ट्रंप का पिछला कार्यकाल ईरान के खिलाफ सख्त कदमों के लिए जाना जाता है. ट्रंप की ओर से ही ईरान रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) के नेता कासिम सुलेमानी की हत्या का आदेश दिया गया था. ट्रंप ने ईरान के साथ अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के दूसरे स्थायी सदस्यों, जर्मनी और यूरोपीय संघ की तरफ से किए गए परमाणु समझौते को रद्द कर दिया था. उन्होंने कठोर आर्थिक प्रतिबंधों को दोबारा लागू कर दिया था, जो बड़े पैमाने पर अमेरिकी कंपनियों को ईरान में व्यापार करने से रोकते हैं.
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FIRST PUBLISHED :
November 16, 2024, 17:02 IST