Agency:News18 Uttarakhand
Last Updated:February 05, 2025, 04:15 IST
Red Rot Fungus: कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने रेड रॉट फंगस से हुए नुकसान की भरपाई और बचाव को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि काशीपुर, नादेही, बाजपुर में गन्ने की फसल को भारी नुकसान हुआ, जिसका अ...और पढ़ें
गन्ने पर लगा रेड रॉट फंगस
देहरादून. रेड रॉट फंगस एक खतरनाक बीमारी है, जो गन्ने की फसल को बुरी तरह से नुकसान पहुंचाती है. यह बीमारी एक प्रकार के फंगस (Colletotrichum falcatum) के कारण होती है, जो गन्ने के अंदर फैलकर उसे कमजोर और सड़ा देती है, जिसकी वजह से गन्ने की उपज घट जाती है और गुणवत्ता पूरी तरह से प्रभावित हो जाती है. उत्तराखंड में इस बार गन्ने की फसलों में रेड रॉट फंगस लगने के कारण गन्ना किसानों और गन्ना विभाग को काफी नुकसान हुआ. साथ ही चीनी मिलों को काफी नुकसान झेलना पड़ा. कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने अगले पेराई क्षेत्र में इस नुकसान से कैसे भरपाई करनी है और कैसे फंगस लगने से गन्ने को बचाना है, इसको लेकर चर्चा की और अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए.
उन्होंने बताया कि काशीपुर, बाजपुर और नादेही में रेड रॉट फंगस से गन्ने की फसल को भारी नुकसान हुआ है. इस फंगस का असर केवल खेतों तक ही सीमित नहीं रहा बल्कि नादेही, बाजपुर और हरिद्वार की चीनी मिलों पर भी इसका प्रतिकूल प्रभाव देखा जा रहा है. विशेष रूप से उत्तराखंड में गन्ना किसानों द्वारा सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला ‘0238’ गन्ने का बीज इस फंगस से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है.
अगर आपकी गन्ने की फसल में ये लक्षण दिख रहे हैं, तो सावधान हो जाएं.
1. पत्तियों पर लाल-भूरे धब्बे: शुरुआत में गन्ने की पत्तियों पर लाल या भूरे रंग के धब्बे नजर आने लगते हैं.
2. गन्ने का अंदर से लाल होना: जब संक्रमित गन्ने को बीच से काटते हैं, तो उसके अंदर लाल और सफेद धारियां दिखती हैं.
3. गन्ने का सूखना: धीरे-धीरे गन्ने के पत्ते पीले पड़ने लगते हैं और पूरा पौधा सूखने लगता है.
4. सड़ी हुई गंध: संक्रमित गन्ने से एक अजीब तरह की सड़ी हुई गंध आने लगती है.
5. डंठलों का कमजोर होना: बीमारी बढ़ने पर गन्ने की तने कमजोर हो जाते हैं और आसानी से टूट जाते हैं.
अगर समय रहते इस बीमारी को रोका न जाए, तो यह तेजी से फैल सकती है और पूरी फसल को खराब कर सकती है. इससे बचाव के लिए सही समय पर फफूंदनाशक का छिड़काव, जल निकासी की अच्छी व्यवस्था और बीज उपचार जरूरी होता है.
Location :
Dehradun,Uttarakhand
First Published :
February 05, 2025, 04:15 IST
उत्तराखंड में चीनी मिलों और किसानों को बड़ा नुकसान, क्या है रेड रॉट फंगस?