Last Updated:January 21, 2025, 09:27 IST
Bhilwara News: महिला ने कथित तौर पर घर में फांसी लगाने की कोशिश की थी. उसके रिश्तेदारों ने कहा कि उसे समय पर पता चल गया था और उसे अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन एम्बुलेंस के दरवाजे जाम होने के कारण कीमती समय ...और पढ़ें
भीलवाड़ाः राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां रविवार को EMRIGHS द्वारा संचालित एम्बुलेंस के अंदर एक महिला की मौत हो गई, जिसके दरवाजे जाम हो गए थे, जिसके बाद राज्य स्वास्थ्य विभाग ने चार सदस्यीय जांच पैनल का गठन किया. जब तक महिला को खिड़की का शीशा तोड़कर एंबुलेंस से निकाला गया और जिला अस्पताल ले जाया गया, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी.
महिला ने कथित तौर पर घर में फांसी लगाने की कोशिश की थी. उसके रिश्तेदारों ने कहा कि उसे समय पर पता चल गया था और उसे अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन एम्बुलेंस के दरवाजे जाम होने के कारण कीमती समय बर्बाद हो गया, जो 15 मिनट से अधिक समय तक बंद रहा. परिवार ने यह भी आरोप लगाया कि एम्बुलेंस में ऑक्सीजन की सुविधा नहीं थी और उसके कर्मचारी अस्पताल के रास्ते से अपरिचित थे, जिससे अतिरिक्त देरी हुई.
जिला अस्पताल में महिला को “मृत लाया गया” घोषित कर दिया गया. भीलवाड़ा के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सीपी गोस्वामी ने कहा, “हमने मामले की जांच के लिए एक समिति बनाई है और उसे जल्द ही एक रिपोर्ट सौंपने को कहा है.” EMRIGHS ने इस बात से इनकार किया कि महिला की मौत एम्बुलेंस के खराब दरवाजों के कारण हुई. EMRIGH ने दावा किया कि उनकी रिपोर्ट से संकेत मिलता है कि दरवाजा ठीक से काम कर रहा था, लेकिन एक साथ खोलने के कई प्रयासों के कारण अस्पताल में पहुंचते ही एंबुलेंस में खराबी आ गई.
EMRIGHS ने कहा कि इसकी जांच से पता चला कि एम्बुलेंस को 19 जनवरी को सुबह 9.51 बजे एक आपातकालीन कॉल मिली. एंबुलेंस सुबह 10.13 बजे एमजी अस्पताल पहुंची. अस्पताल प्रशासन ने दावा किया, “यह साक्ष्य मार्ग की अपरिचितता के दावों का खंडन करता है। संगठन ने पारगमन के दौरान ऑक्सीजन प्रावधान की पुष्टि की, 8 जनवरी, 2025 को सिलेंडर भरे गए.”
First Published :
January 21, 2025, 09:27 IST