ऐसी होती है मां...जिस बेटे ने घर से निकाला उसी के लिए वृद्धाश्रम में रखा व्रत

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व्रती

व्रती महिलाएं

भागलपुर. मां की ममता इससे ही पता चलती है जो बेटा अपनी मां को वृद्धाश्रम भेज दिया है. उस बेटे के लिए मां निर्जला व्रत रख रही हैं. पूरा मामला है जिले के सहारा वृद्धाश्रम का. दरअसल, वृद्धाश्रम में मौजूद मां अपने बेटे के लिए जितिया का व्रत रखी हैं. इस वृद्धाश्रम में करीब 32 महिलाएं हैं, जिसमें 8 महिलाओं ने व्रत रखा है. यहां पर व्रत रखने वाली महिलाओं के सभी चीजों की व्यवस्था की गई है.

वृद्धाश्रम में रहने वाली महिला द्रोपदी देवी से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि मां के लिए बेटा ही सब कुछ है. अब बेटा इस चीज को नही समझे तो क्या कर सकते हैं. लेकिन जब तक जिंदा हूं उसके प्रति ममता कम नहीं हो सकती है. इसलिए उसके लिए व्रत करती हूं. ताकि वो दीर्घायु हो धन संपदा भरी रहे. जब उनसे पूछा गया कि घर की याद आती है तो उन्होंने बताया कि याद तो आती ही है. घर तो सबको याद आता है. लेकिन जब ऐसी परिस्थिति है तो क्या कर सकते हैं. कभी कभी गांव जाती हूं तो मंदिर में समय व्यतीत करती हूं.

इसके बाद जितिया का व्रत रखने वाली खोखो देवी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि बेटे के लिए ये व्रत करती हूं. उसको दिल की बीमारी भी है मैं जितमोहन बाबा से कहती हूं वह ठीक हो जाए. बेटा का कोई दोष नहीं है मुझे एक ही बेटा है लेकिन मेरा पोता व उसकी पत्नी नहीं रहने देती है. मेरा बेटा तो हीरा है. 3 माह पहले भी मैं घर गई थी तो मुझे मारपीट कर घर से निकाल दिया गया. परिस्थिति यहां लाई है. जब उनसे पूछा गया कि क्या यहां आपका मन लग रहा है तो उन्होंने बताया कि अब मन लगे या न लगे अब तो घर इसी को समझना है. यहां भी किसी तरह की दिक्कत नहीं होती है. व्रत तो करेंगे ही जब तक सांस है. बेटा तो बेटा होता है.

क्या बोली मैनजमेंट डायरेक्टर
जब इसको लेकर मैनजमेंट डायरेक्टर एस मुखर्जी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यहां जो भी महिलाएं व्रत की है उनको सभी चीज का इंतजाम कर दिया गया है. यहां तक कि डलिया तक का भी इंतजाम किया गया है. जो भी नियम है सभी का पालन करते हुए महिलाएं व्रत कर रही हैं. किसी प्रकार का परेशानी नहीं होती है.

काफी कठिन होता है ये व्रत
जितिया काफी कठिन व्रत में से एक होता है. इसमें महिलायें निर्जला उपवास रखती हैं. उसके बाद पुत्र के लिए डलिया भरती हैं. ऐसे में पुत्र उस डलिया को सुबह उतारता है और उसी से वह पारणा करती हैं. उसके बाद भोजन ग्रहण करती हैं.

Tags: Bhagalpur news, Bihar News, Local18

FIRST PUBLISHED :

September 25, 2024, 15:36 IST

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