सतना. जिले के शासकीय विद्यालयों में शिक्षा के स्तर को सुधारने के तमाम प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद कक्षा 1 के नामांकन में भारी गिरावट दर्ज की गई थी. प्राप्त जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग के आंकड़े कहते है कि जिले की रैंकिंग इस वर्ष प्रदेश में 26वें स्थान पर रही. वहीं जब निजी स्कूलों को शामिल किया गया, तो यह रैंकिंग और गिरकर 36वें स्थान पर पहुंच गई.
नामांकन में गिरावट के आंकड़े
2024 में शासकीय स्कूलों में कक्षा 1 का नामांकन मात्र 62 प्रतिशत तक सीमित रहा, जबकि निजी स्कूलों में यह आंकड़ा 78.5 प्रतिशत तक पहुंच गया. यह अंतर बताता है कि शासकीय विद्यालयों में अभिभावकों का भरोसा लगातार कम हो रहा है.
नई गाइडलाइन्स ने बढ़ाई मुश्किलें
नामांकन प्रक्रिया को लेकर हाल ही में जारी नई गाइडलाइन्स इस गिरावट का करण मानी जा रही है. क्यूंकि केवल वही बच्चे कक्षा 1 में प्रवेश पा सकते थे, जो 30 सितंबर तक 6 वर्ष की आयु पूरी कर रहे हो , जिसकी पुष्टि के लिए जन्म प्रमाणपत्र की अनिवार्यता ने भी कई बच्चों को प्रवेश से वंचित कर दिया.
विशेषज्ञों का क्या कहना है?
माध्यमिक शाला रघुनाथपुर के प्रभारी प्रधान अध्यापक श्रीकृष्ण द्विवेदी ने लोकल 18 को बताया कि आयु सीमा और उसके प्रमाण के लिए जन्म प्रमाणपत्र की अनिवार्यता के कारण अधिकांश बच्चे प्रवेश प्रक्रिया का क्राइटेरिया पूरी नहीं कर सके. उन्होंने कहा कि इस नई गाइडलाइन का प्रभाव न केवल प्रदेश बल्कि सतना ज़िले में भी व्यापक रूप से देखने को मिला है.
Editer- Anuj Singh
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FIRST PUBLISHED :
November 25, 2024, 12:50 IST