रिपोर्ट- विकाश कुमार
चित्रकूट: धर्म नगरी चित्रकूट भगवान राम की तपोस्थली रही है. यहां राम ने अपने वनवास काल के साढ़े ग्यारह वर्ष बिताए हैं. ऐसे में प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ को लेकर धर्म नगरी चित्रकूट में भी तैयारियां तेज हो गई हैं. कुंभ मेले से पहले रेल प्रशासन ने चित्रकूट रेलवे स्टेशन को प्लास्टिक मुक्त करने का निर्णय लिया है. इसके लिए प्लास्टिक के कचरे के निस्तारण की मुहिम का हिस्सा भारतीय रेलवे बना है.
प्लेटफार्म परिसर में लगी दो क्रसिंग मशीनें
बता दें कि चित्रकूट धाम कर्वी रेलवे स्टेशन परिसर और रेलवे प्लेटफॉर्म की साफ-सफाई के लिए प्लास्टिक की बोतलों को नष्ट करने की 2 क्रसिंग मशीनें लगाई गयी हैं. जिससे यात्रियों को रेलवे ट्रैकों और स्टेशन के परिसरों में प्लास्टिक की बोतलें को फेंकने से रोका जा सके. रेलवे के इस पहल की स्थानीय नागरिकों और यात्रियों द्वारा जमकर सराहना की जा रही है. उनका कहना है कि पिछले कुछ सालों से रेलवे में जहां साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखा जा रहा है. ऐसे में प्लास्टिक की बोतलों को नष्ट करने के लिए यह अच्छी पहल है.
स्टेशन प्रबंधक ने दी जानकारी
इस संबंध में चित्रकूट धाम कर्वी के स्टेशन प्रबंधक सुरेश कुमार ने लोकल 18 को बताया कि प्लास्टिक और विशेष रूप से प्लास्टिक की बोतलें पर्यावरण के लिए बहुत बड़ा खतरा बन गयी हैं. इसके लिए रेलवे स्टेशनों को प्लास्टिक कचरे से मुक्त बनाने की दिशा में चित्रकूट धाम कर्वी रेलवे स्टेशन पर भी बोतल क्रसिंग मशीनें लगायी गयी हैं. इससे प्लास्टिक कचरा इधर-उधर नही फैलेगा और इसे रिसाइक्लिंग कर अन्य कार्य में प्रयोग किया जायेगा.
यह क्रशर मशीनें प्लास्टिक की बोतलों को प्लास्टिक के टुकड़ों में तब्दील कर देंगी. फिर इन प्लास्टिक के टुकड़ों को प्लास्टिक का सामान बनाने वाली कंपनियों को दे दिया जाएगा. इस तरह से पूरी तरह से नष्ट न हो पाने वाले प्लास्टिक को बार-बार रीसाइकिल किया जाता रहेगा. उन्होंने कहा कि इसकी जागरूकता के लिए समय-समय पर अनाउंस भी किया जाता है.
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FIRST PUBLISHED :
October 21, 2024, 11:55 IST