सर्वजीत टम्टा अल्मोड़ा के रहने वाले हैं.
अल्मोड़ा. उत्तराखंड की सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा के ऐसे कई कलाकार हैं, जिन्होंने विभिन्न मंचों पर जाकर अल्मोड़ा के साथ पूरे उत्तराखंड का नाम रोशन किया है. आज हम आपको एक ऐसे ही युवा गायक से मिलाने जा रहे हैं, जो कुमाऊंनी गीतों को गाने के साथ कव्वाली भी गाते हैं और उनको सुनने के लिए लोग काफी संख्या में पहुंचते हैं. इनका नाम है सर्वजीत टम्टा (Sarvjeet Tamta Songs). सर्वजीत आज अपने गीतों के जरिए दिलों पर राज कर रहे हैं.
लोकल 18 से खास बातचीत में सर्वजीत टम्टा ने बताया कि उन्हें बचपन से ही गाने का शौक था और वह 6 साल की उम्र से गा रहे हैं. उनकी शुरुआत लोक संगीत से हुई थी और साल 2010 तक वह सिर्फ लोक संगीत से जुड़े गीत ही गाया करते थे, पर जब वह छुट्टियों में अपने घर आए हुए थे, तो उनके चचेरे भाई ने उन्हें ‘सानु इक पल चैन ना आवे’ गाना सुनाया. तब से लेकर आज तक उनके कानों में वही धुन गूंजती रही है और तब से वह कव्वाली भी गा रहे हैं. सर्वजीत ने कहा कि उन्हें काफी खुशी होती है कि लोग उनसे इतनी मोहब्बत करते हैं. वे उनके गानों को सुनने के लिए काफी दूर-दूर से आते हैं.
अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने की तारीफ
सर्वजीत ने कुछ दिनों पहले दार्जिलिंग में एक शो किया था. इस कॉन्सर्ट में बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता नसीरुद्दीन शाह भी पहुंचे थे. सर्वजीत को सुनकर नसीरुद्दीन भी मोहित हो गए थे. उन्होंने पहाड़ के गायक की काफी तारीफ की. सर्वजीत ने कहा कि इतने महान कलाकार ने उनकी तारीफ की है, इसके लिए उनके पास शब्द नहीं हैं. अगर वो (नसीरुद्दीन शाह) गलत भी कहते, तो भी वो उनके लिए आशीर्वाद के बराबर होता.
युवा पीढ़ी को दिया संदेश
सर्वजीत ने युवा पीढ़ी को संदेश देते हुए कहा कि सबसे पहले आत्मसंतुष्टि होना बहुत जरूरी है. आपका जो दिल कहता है आपको वही करना चाहिए. अच्छी चीज करिए, अच्छी सोहबत में रहिए, अच्छे फनकारों को सुनिए, बुजुर्गों की संगत में रहकर उनसे सीखिए और अच्छा साहित्य पढ़िए, ताकि आप भी आपके मनचाहे मुकाम तक पहुंच पाएं.
Tags: Almora News, Kumaon news, Local18, Uttarakhand news
FIRST PUBLISHED :
October 19, 2024, 17:28 IST