क्या बिहार का भी होगा राजस्थान वाला हाल? 12 जिलों में बाढ़, अब बारिश का अलर्ट

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इनपुट- संतोष कुमार, अरुण शर्मा, विकास कुमार सिंह 

पटना/बेगूसराय/भागलपुर/मुंगेर. बिहार की अधिकांश नदियों के जलस्तर में वृद्धि के कारण राज्य के 12 शहरों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी है. गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण पटना, बेगूसराय, भागलपुर, मुंगेर समेत अन्य जिलों में गंगा नदी का पानी दियारा इलाके से होते हुए शहरी इलाकों तक पहुंच गया है. इसी बीच मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार बिहार में अगले 2 दिनों के अंदर एक बार फिर से मूसलाधार बारिश होने का पूर्वानुमान जताया गया है. अब ऐसे में लोगों के मन में कई सवाल उठ रहे हैं. बिहार के लोगों को डर सता रहा है कि कहीं मॉनसून जाते-जाते कहीं बिहार में 2019 की तरह भयंकर बाढ़ की स्थिति तो नहीं उत्पन्न कर देगा. वहीं लोगों को राजस्थान वाली बारिश का डर अब बिहार में भी सताने लगा है.

हालांकि इस बीच राहत भरी खबर यह है कि पटना में दीघा घाट के पास गंगा नदी के जलस्तर में थोड़ी कमी देखने को मिली है. बता दें,  बिहार के बक्सर, भोजपुर, सारण, वैशाली, पटना, समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराय, मूंगेर, खगड़िया, भागलपुर और कटिहार में फिलहाल बाढ़ जैसे हालात हैं. बिहार के आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार  गंगा नदी के किनारे वाले 12 जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं. इन 12 जिलों में करीब 12.67 लाख की आबादी बाढ़ के पानी के कारण परेशान है. बिहार में 361 पंचायतों में बाढ़ की स्थिति है. ऐसे में प्रशासन की तरफ से राहत और बचाव कार्यों के 1400 नावों की व्यवस्था की गयी है. वहीं इन जिलों में आठ राहत शिविर भी लगाए गए हैं.

भागलपुर में बाढ़ से हाहाकार

भागलपुर में बाढ़ से जहां निचले इलाकों में हाहाकार मचा हुआ है तो वहीं शहरी क्षेत्र में भी अब स्थिति लगातार बिगड़ती हुई नजर जा रही है. शहर के कई रियाशी इलाकों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. ऐसे में लोगों को घर खाली करना पड़ रहा है. लगातार बढ़ रहे गंगा के जलस्तर ने लोगों की परेशानी ही नहीं बढ़ाई है बल्कि रातों की नींद भी छीन ली है. शहर के कई मोहल्ले में लोग रतजगा करने को मजबूर हो गए हैं. लोगों के बेडरूम में पानी भर गया है.

दुकान-मकान तक पहुंचा पानी

बेगूसराय में लगातार गंगा का प्रकोप चरम पर है और दियारा इलाके के साथ-साथ गंगा का प्रकोप नगर निगम क्षेत्र के भी कई वार्ड में अपना तांडव दिख रही है. बेगूसराय जिले के बछवारा प्रखंड के चमथा दियारा, बिशनपुर दियारा, दादूपुर, सरवन टोल समेत कई इलाके बाढ़ से प्रभावित हैं और हजारों की आबादी प्रभावित है. वहीं तेघड़ा प्रखंड के रात गांव बदलपुरा रात गांव दियारा के इलाके में लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. नगर निगम क्षेत्र के वार्ड संख्या 3, 4 एवं 17 ,18 भी गंगा की बाढ़ की चपेट में है तो नगर निगम क्षेत्र में कई आवासीय इलाके एवं दुकान भी गंगा के पानी से चारों ओर से गिर चुकी है जिससे जनजीवन की समस्याओं के साथ-साथ अब रोजगार भी प्रभावित हो रहे हैं.

हजारों एकड़ की फसल बर्बाद

वहीं मटिहानी प्रखंड के आकाशपुर ,सूरजपुरा, बलहपुर, बहदरपुर समेत कई इलाके बाढ़ के प्रभाव में है. जिसमें तकरीबन हजारों की आबादी भी प्रभावित हो रही है. साथ ही साथ बलिया प्रखंड एवं साहेबपुर प्रखंड जो खासकर दियारा इलाके से ही घिरा हुआ है. वह पूरा का पूरा प्रभावित है तो वही साम्हों प्रखंड भी पूरी तरह से गंगा के बाढ़ के बीच है और लोग किसी तरह जीवन गुजर बसर कर रहे हैं. अनुमानित आंकड़ों के आधार पर तकरीबन डेढ़ लाख हेक्टेयर की भूमि बेगूसराय में खेती लायक है जिसमें 1 लाख हैक्टेयर भूमि गंगा के प्रभाव से किसी न किसी तरह प्रभावित है, जिससे कि किसानों का भी बुरा हाल हो गया है और फसलों की भी भारी छती हुई है. हजारों करोड़ के फसल गंगा में विलीन हो चुके हैं वहीं पशुपालकों के समक्ष अपने पशुओं के चारे की भी समस्या उत्पन्न हो गई है.

राहत शिविर में सुविधाएं नाकाफी

अगर सरकारी सुविधाओं की बात करें तो यहां 208 नाव का परिचालन सुनिश्चित किया गया है और 47 कम्युनिटी किचन चलाए जा रहे हैं जिससे कि आम जनता तक भोजन पहुंचाया जा रहा है. लेकिन स्थानीय लोगों की माने तो नाव की जितनी आवश्यकता है उतना परिचालन नहीं किया गया है. वहीं कम्युनिटी किचन में जो खाना दिया जा रहा है वह खाने लायक नहीं है और किसी तरह लोग अपना पेट भर रहे हैं. कुल मिलाकर लगभग आधे बेगूसराय की आबादी पूरी तरह प्रभावित है और लोग घुट घुट कर जीने को विवश है.

मुंगेर में बाढ़ से बेहाल लोग

मुंगेर मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर असरगंज प्रखंड का पुरुषतमपुर चोर गांव में बाढ़ की विभीषिका ने इस गांव के कई कच्चे आशियाना को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया है. अब पानी निकलने के बाद भी इन को नए सिरे घर बनाना पड़ेगा. कई परिवार तो वहां के सड़कों को ही तत्काल अपना आशियाना बनाए हुए है. यहां किसानों के कई एकड़ में लगे धान का फसल पूरी तरह बाढ़ का भेंट चढ़ गया है. बाढ़ पीड़ित शारदा देवी ने अपना दर्द का बयां करते हुए कहा कि जब वह अपने परिवार और बच्चो के साथ सोई हुई थी तो एका एक पानी बढ़ने लगा जब तक वह कुछ समझ पाती. घर भी मिट्टी का होने के कारण ढहने लगा. किसी वे लोग बाहर निकल पाएं.

ग्रामीणों का आशियाना ध्वस्त

बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि गांव में करीब 20 से 25 ग्रामीणों का आशियाना पूरी तरह ध्वस्त हो गया है. लेकिन, उनका दर्द सुनने वाला कोई नहीं है. मुंगेर डीएम अवनीश कुमार सिंह ने बताया कि जिले में अब गंगा के जल स्तर में कमी आने लगा है. एक से दो दिनों में पानी उतरने की संभावना है. ऐसे में सभी पंचायत के लोग जहां ऊंचे स्थान मिले वहां या जिला प्रशासन द्वारा चिन्हित राहत शिविर में रहें. जिला प्रशासन की टीम एक्टिव है. जैसे-जैसे सूचना मिल रही है बाढ़ पीड़ितों को सुखा राशन, पॉलिथिन दिया जा रहा है और जरूरत पड़ी तो वहां सामूहिक किचन भी शुरू करवाया दिया जायेगा.

ट्रेनों का परिचालन भी प्रभावित

बता दें, भागलपुर रेल खंड स्थित बरियारपुर-रतनपुर- सुल्तानगंज स्टेशन के बीच रेल पुल संख्या 195 के गार्डर के पास गंगा का पानी पहुंच गया है. ऐसे में इस रूट पर रेल सेवा भी प्रभावित हुई है. दिल्ली मुंबई सहित दूसरे राज्यों से पटना किउल होकर जमालपुर होते हुए भागलपुर आने वाली सभी ट्रेनों का रूट बदला गया है. वहीं कई ट्रेनें रद्द कर दी गयी.

जानकारी के अनुसार भागलपुर जमालपुर रेलखंड पर पानी का दबाव बढ़ने के बाद ट्रेन का परिचालन पूरी तरह बंद कराया गया है. भागलपुर से खुलने वाली सभी लंबी दूरी की ट्रेनों का रूट बदला गया है. जानकारी के अनुसार फिलहाल ट्रेनों का परिचालन भागलपुर, बांका, हंसडीहा झाझा, जमुई रेल खंड से होगा. ऐसे में रेल यात्रियों की परेशानी भी बढ़ गई है. पुल संख्या 195 के गार्डर के पास पहुंचा पानी बता दें, मुंगेर में बाढ़ का कहर अब रेल ट्रैक पर भी दिखने लगा है. जमालपुर-सुल्तानगंज रेल खंड के बीच कई जगह पर बाढ़ का पानी रेलवे ट्रैक तक पहुंच गया है.

बरियारपुर के पुल संख्या 195 के गार्डर के पास बाढ़ का पानी पहुंच गया है, जिस कारण रेलवे ट्रैक इस समय बाढ़ के पानी का भारी दबाव का सामना कर रहा है. यही वजह है की रेल प्रशासन ने जमालपुर और सुल्तानगंज रेल खंड को फिलहाल बंद करते हुए कई गाड़ियां को या तो कैंसिल कर दिया या तो कई महत्वपूर्ण गाड़ियों का रूट परिवर्तन कर दिया है. जमालपुर स्टेशन पर रेल कर्मचारियों के द्वारा लगातार मायकिंग की जा रही है कि रेलवे ट्रैक पर बाढ़ बाढ़ का पानी आ जाने के कारण भागलपुर की ओर जाने वाली और भागलपुर की और से जमालपुर आने वाली रूट पर ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया है.

Tags: Begusarai news, Bhagalpur news, Bihar flood, Bihar floods, Bihar News, Munger news, PATNA NEWS

FIRST PUBLISHED :

September 23, 2024, 14:23 IST

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