Agency:News18 Uttar Pradesh
Last Updated:January 31, 2025, 12:26 IST
Jhansi's Foundation Day : झांसी शहर की स्थापना ओरछा के राजा वीरसिंह जूदेव ने की थी. ये बात तो लगभग इतिहास में रुचि रखने वाले सभी लोग जानते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं की झांसी का पुराना नाम क्या है और इस कब बद...और पढ़ें
झांसी किला
हाइलाइट्स
- झांसी का पुराना नाम बलवंत नगर था.
- झांसी की स्थापना 31 जनवरी 1618 को हुई थी.
- राजा वीर सिंह जूदेव ने झांसी किले की नींव रखी थी.
झांसी : क्या आपने कभी बलवंत नगर नाम की जगह सुनी है? क्या आप जानते हैं कि यह शहर भविष्य में किस नाम से जाना गया? बलवंत नगर का नाम कब बदला? दरअसल इन सब का तार जुड़ा हुआ है झांसी से. जी हां, झांसी का ही पुराना नाम बलवंत नगर था. यह बात इतिहास के पन्नों में दर्ज तो थी लेकिन लोग इसे जानते नहीं थे. झांसी को 1857 की क्रांति से ही जोड़कर देखा गया और कभी यह प्रयास नहीं किया गया कि इसकी स्थापना की असली तिथि निकाली जाए. आखिरकार प्रदेश सरकार के कहने पर झांसी नगर निगम ने यह काम शुरू किया और अब झांसी अस्तित्व में कब और कैसे आई इसकी जानकारी मिल चुकी है.
झांसी की स्थापना तिथि 31 जनवरी 1618 तय हो गई है. ओरछा गजेटियर के हवाले से कहा गया है कि इसी दिन ओरछा के राजा वीर सिंह जूदेव ने झांसी किले की नींव रखी थी. अब हर साल इसी तारीख को झांसी का स्थापना दिवस का जश्न मनाया जाएगा. इस तारीख के पीछे की कहानी भी दिलचस्प है. दरअसल झांसी का पुराना नाम बलवंत नगर था. इसी नगर में ओरछा के राजा वीरसिंह जूदेव ने बंगरा पहाड़ी पर एक किला बनवाया था, जिसे अब झांसी का किला कहते हैं . इसके साथ ही राज्य की सुरक्षा के लिए 52 गढ़ियों का निर्माण भी कराया था. ओरछा गजेटियर के अनुसार, जिस दिन इन गढ़ियों की नींव डाली गई, उस दिन बसंत पंचमी थी. 1618 ईस्वी में बसंत पंचमी 31 जनवरी को थी. कुछ समय बाद किला आकार लेने लगा था.
झांईं सी बनी झांसी
एक दिन राजा वीर सिंह जूदेव और जैतपुर के राजा ओरछा किला की सबसे ऊंची छत पर बैठक कर रहे थे. तभी जैतपुर के राजा ने पूछा कि आप नया किला कहां बनवा रहे हैं. तभी उन्होंने झांसी की ओर इशारा किया और कहा कि वह जो झाईं सी दिखाई दे रही है, वही नया किला है. कालांतर में वीर सिंह जूदेव का झाईं सी कहना ही झांसी कहा जाने लगा. अब जिला प्रशासन और नगर निगम 31 जनवरी को भव्य रूप से मना रहा है. हर साल यह तिथि ऐसे ही मनाई जाएगी.
Location :
Jhansi,Jhansi,Uttar Pradesh
First Published :
January 31, 2025, 12:26 IST