Agency:News18 Uttarakhand
Last Updated:January 20, 2025, 23:24 IST
Rishikesh News: 108 सेवा में तैनात ड्राइवर सुनील नेगी और टेक्नीशियन अमन भट्ट ने कहा कि जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं और उन्हें सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया गया.
ऋषिकेश. उत्तराखंड के विकासखंड के पिलखेड़ी गांव की मालती देवी ने अस्पताल जाते वक्त 108 एंबुलेंस में बच्चे को जन्म दिया. मिली जानकारी के अनुसार, शनिवार शाम करीब 6 बजे मालती को अचानक प्रसव पीड़ा शुरू हुई, जिसके बाद परिजनों ने 108 एंबुलेंस सेवा को फोन किया लेकिन खराब सड़क का हवाला देते हुए एक घंटे की देरी बताई गई. परिजनों ने गांव से ऋषिकेश अस्पताल तक ले जाने के लिए टैक्सी बुक की और आशा कार्यकर्ता उर्मिला देवी के साथ रवाना हुए. गांव से ऋषिकेश की दूरी करीब 40 किलोमीटर है. सफर के दौरान नैल गांव (गांव से 10 किमी दूर) के पास 108 एंबुलेंस पहुंच गई, जहां मालती को टैक्सी से एम्बुलेंस में शिफ्ट किया गया.
एंबुलेंस में सवार होने के कुछ देर बाद ही करीब 8 बजे मोहनचट्टी के पास मालती देवी ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया. मोहनचट्टी ऋषिकेश से 20 किलोमीटर दूर स्थित है. 108 सेवा में तैनात ड्राइवर सुनील नेगी और टेक्नीशियन अमन भट्ट ने कहा कि जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं और उन्हें सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया गया. वहीं परिजनों ने बताया कि मालती देवी की प्रसव से जुड़ी सभी जांच ऋषिकेश के सरकारी अस्पताल में पहले से करवाई जा रही थीं. अगर गांव की सड़कें बेहतर होतीं, तो उन्हें इतनी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता.
2008 में बनी थी सड़क
पिलखेड़ी गांव समेत विकासखंड के कई इलाकों में सड़कों की स्थिति बेहद खराब है. जर्जर सड़कें होने के कारण 108 सेवा कई बार मरीजों तक नहीं पहुंच पाती, जिससे गर्भवती महिलाओं और गंभीर मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. करीब 70 किलोमीटर लंबे बिजनी-कपोल काटल-नैल बनचूरी-नाली खाल मोटर मार्ग का निर्माण साल 2008 में किया गया था लेकिन शुरुआती 16 किलोमीटर सड़क का डामरीकरण आज तक नहीं हुआ. स्थानीय निवासी अजय सिंह रावत ने बताया कि पिछले साल लोक निर्माण विभाग को पत्र लिखकर मरम्मत की मांग की गई थी लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई. 108 सेवा नियमों के अनुसार कच्ची और बेहद खराब सड़कों पर संचालन नहीं करती. अधिकारियों के मुताबिक, 108 एंबुलेंस में जीवन रक्षक उपकरण और दवाएं होती हैं, जो खराब सड़कों पर गिरने या टूटने का खतरा रहता है. फिर भी जहां तक संभव हो, एंबुलेंस पहुंचती है. क्षेत्र के करीब दो दर्जन गांव इसी सड़क से जुड़े हुए हैं, जो कोटद्वार को भी जोड़ता है. ग्रामीणों ने राज्य सरकार और संबंधित विभाग से जल्द सड़क मरम्मत की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी समस्याओं का सामना न करना पड़े.
Location :
Rishikesh,Dehradun,Uttarakhand
First Published :
January 20, 2025, 23:24 IST
खस्ताहाल सड़क पर देरी से पहुंची एंबुलेंस, महिला ने 108 में दिया बच्चे को जन्म