पलामू: रबी सीजन की शुरुआत हो चुकी है. किसान धान की कटाई में साथ गेहूं की बुवाई की तैयारी में लग चुके हैं. अगर आप भी गेहूं की बुवाई की तैयारी कर रहे हैं तो ये खबर आपके लिए खास हो सकती है. जहां हम आपको बताने वाले हैं ऐसी मशीन के बारे में जिसकी मदद से आप धान के खेत को बिना जोते गेहूं की बुवाई कर सकते हैं. सुनने में अजीब लग रहा होगा, लेकिन यह सब सच है.
जी हां, तकनीकी दुनिया में किसानों की मदद के लिए ऐसे कई यंत्र आ चुके हैं, जिससे किसानों को खेती करना बेहद सुलभ और फायदेमंद साबित हो रहा है. इन्हीं यंत्रों में से एक जीरो टिलेज मशीन है, जो ट्रैक्टर चलित यंत्र होता है. इसकी मदद से किसान बिना खेत जोत एक दिन में 10 से 12 एकड़ तक गेहूं व अन्य फसलों की बुवाई कर सकते हैं. इसके लिए 35 से 40 हॉर्स पावर के ट्रैक्टर की जरूरत पड़ती है.
कई राज्यों में हो रही इससे बुवाई
पलामू के चियांकी में स्थित क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक डॉ. प्रमोद कुमार ने लोकल 18 को बताया कि पंजाब, हरियाणा समेत अन्य राज्यों में इस यंत्र का इस्तेमाल किया जाता है. इस क्षेत्र में भी किसानों को खेती करने के लिए इस मशीन के इस्तेमाल करने की जरूरत है. इस मशीन की सबसे बड़ी खूबी है कि इसके इस्तेमाल करने से किसानों के 4,000 रुपये तक की बचत हो सकती है.
किसानों के लिए वरदान है मशीन
आगे बताया, इस यंत्र में 9 से 11 फार होते हैं. इसके ऊपर दो बॉक्स बने होते हैं, जिसमें एक बीज और एक खाद के बॉक्स होते हैं. इसके आगे खाद और पिछला बॉक्स बीज का होता है. जो पाइप से फर में जुड़े होते हैं. इससे उचित दूरी और उचित गहराई बीज के साथ खाद गिरता जाता है. इससे खाद का सीधा लाभ बीज को मिलता है. अमूमन किसान छींटा विधि से गेहूं की खेती करते हैं, जिसमें की बीज अलग और खाद अलग गिरती है. इससे फसल उत्पादन कुप्रभावित होते हैं. ऐसे में ये यंत्र किसानों के लिए वरदान साबित होता है.
खरपतवार भी होते हैं कम
उन्होंने बताया कि इस यंत्र की मदद से बुवाई करने पर खेतों में खरपतवार भी कम आते हैं. इसके अलावा 30-40 किलो प्रति एकड़ बीज दर लगती है. इस यंत्र की मदद से बुवाई करने के बाद पटवन भी कम करना पड़ता है. इसके अलावा समय पर गेहूं की बुवाई हो जाती है, जिससे समय पर किसानों को उत्पादन मिलता है. खेत में अगर खरपतवार हो रहा हो तो किसान 10 एमएल प्रति लीटर पानी में मिलाकर ब्रिडिसाइड का छिड़काव कर सकते हैं.
इस बात का रखें ख्याल
विशेषज्ञ ने बताया कि किसान इस मशीन की मदद से गेहूं की बुवाई कर रहे हैं तो कुछ बातों का ख्याल रखना जरूरी है. इस दौरान किसान एक ही जगह पर दोबारा यंत्र को न चलाएं. इसके बाद ट्रैक्टर को मुड़ान पर लाने पर हाइड्रोलिक की मदद से यंत्र को उठाकर पार करें. क्योंकि, एक ही जगह पर दोबारा बीज गिरने से ठीक से पैदावार नहीं होती है.
FIRST PUBLISHED :
November 20, 2024, 19:08 IST