मिथिलेश गुप्ता
इंदौर. आजकल डिजिटल अरेस्ट के कई हैरान करने वाले मामले सामने आ रहे हैं. ठग पुलिस अधिकारी, आरबीआई अधिकारी या खुद को सीबीआई अफसर बताकर कई तरीकों से लोगों को धोखा दे रहे है. कभी धमकी भरा कॉल आ रहा है तो कई बार वीडियो कॉल पर ही लोगों को धमकी दी जा रही है. डिजिटल अरेस्ट कर ये बदमाश लाखों की ठगी आसानी से कर लेते हैं. कुछ ऐसा ही मामला चौंकाने वाला मामला मध्य प्रदेश के इंदौर से भी सामने आया है. यहां एक नकली पुलिस वाले ने असली पुलिस को ही डिजिटल अरेस्ट करने की कोशिश की. हालांकि असली वर्दी देखकर बदमाश के होश ही उड़ गए.
रविवार को इंदौर में क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया एक प्रेस ब्रीफिंग कर रहे थे. तभी अचानक उनके मोबाइल पर एक अनजान नंबर से कॉल आया. जब उन्होंने कॉल उठाया तो सामने वाले शख्स ने खुद को एक बैंक का कस्टमर केयर अधिकारी बताया.
पुलिस से ही ठगी की कोशिश
कॉलर ने एडिशनल डीसीपी को कहा कि उन्होंने मुंबई में क्रेडिट कार्ड बनाया था. उसमें एक लाख से ज्यादा का पेमेंट पेंडिंग है. इतना ही नहीं इस कार्ड का कहीं मिसयूज भी किया गया है. एडीपीसी भी खुद को बैंक का कस्टमर केयर अधिकारी बताने वाले इस शख्स की बात सुनते रहे. फिर उन्होंने कहा कि किसी भी तरह का क्रेडिट कार्ड उन्होंने नहीं बनाया है.
उनकी बात सुन कस्टमर केयर अधिकारी ने कहा कि आप मानों आपके क्रेडिट कार्ड से फ्रॉड हुआ है नहीं तो इसकी शिकायत मुंबई पुलिस को सीधे ट्रांसफर कर दी जाएगी. फिर काफी बातें हुई. इतना ही नहीं कंप्लेंट मुंबई पुलिस को ट्रांसफर भी कर दी गई. फिर इस ठग ने एडिशनल डीसीपी से कहा कि वो 2 घंटे में मुंबई पहुंच जाए नहीं तो उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इसके बाद बोला अपना स्टेटमेंट वीडियो कॉल में नोट करवाएं.
एडीसीपी के पास जब वीडियो कॉल आया तो वो खुद पुलिस की वर्दी में थे. कॉलर ने खुद को मुंबई पुलिस कमिश्नर बताया. इसके बाद एडीसीपी ने कहा कि मैं खुद पुलिस ऑफिसर हूं. आपकी कॉल भी रिकॉर्ड हो रही है. मीडिया और असली पुलिस को देखर ठग की बोलती बंद हो गई.
Tags: Cyber Crime, Cyber Fraud, Indore news
FIRST PUBLISHED :
November 25, 2024, 11:06 IST