संभलः उत्तर प्रदेश के संभल जिले के शाही जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है. कुल 12 एफआईआर दो अलग-अलग थानों में दर्ज किए गए हैं. 25 लोग हिरासत में लिए गए हैं. पुलिस की FIR में करीब 1000 लोग अज्ञात हैं और 8 लोग नामजद हैं, जिसमें सांसद जिया उर्र रहमान बर्क का भी नाम शामिल है. हिंसा की जांच पर टिप्पणी करते हुए संभल जिले के जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया ने कहा, ‘हमें लग रहा है, रातों-रात इसकी प्लानिंग की गई होगी. शुरुआती जांच में यह पता चला है कि हालांकि जब विस्तार से जांच की जाएगी तो पता चलेगा. जानकारी यह भी मिल रही है कि हिंसा के दौरान जिन चार लोगों की मौत हुई है, वो पुलिस की गोली से नहीं हुई है, बल्कि तमंचे से हुई है.
सांसद व विधायक के खिलाफ भी FIR
पुलिस ने संभल के सांसद जिया उर्र रहमान बर्क और संभल के विधायक के बेटे के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की है. एसपी कृष्ण कुमार ने बताया कि हिंसा भड़काऊ बयान के चलते ही भड़की है. पुलिस की मैगजीन तक लूटी गई है. मुरादाबाद परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक मुनिराज जी. ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि रविवार को हुई हिंसा में घायल होने के बाद मुरादाबाद में भर्ती कराये गये एक और व्यक्ति की मौत हो गयी है. उन्होंने बताया कि जल्द ही शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा.
30 नवंबर तक बाहरी पर रोक
उन्होंने बताया कि हिंसा में मारे गये तीन युवक नईम, बिलाल और नोमान का अंतिम संस्कार कर दिया गया है. पुलिस उपमहानिरीक्षक ने बताया कि घटना के वीडियो फुटेज के आधार पर उपद्रवियों की पहचान करके उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इस बीच, एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि तनावपूर्ण हालात के मद्देनजर जिला प्रशासन ने आगामी 30 नवंबर तक जिले में ‘‘बाहरी’’ लोगों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है.
जिला प्रशासन से लेनी होगी अनुमति
बयान में कहा गया कि अब किसी भी बाहरी व्यक्ति, सामाजिक संगठन या जनप्रतिनिधि को जिले में दाखिल होने के लिए प्रशासन से अनुमति लेनी होगी. जिलाधिकारी राजेंद्र पेसीया ने रविवार देर रात जारी एक आधिकारिक बयान में कहा कि जिले में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) 163 के अंतर्गत 30 नवंबर तक निषेधाज्ञा लागू की गई है. स्थानीय अदालत में एक याचिका दायर कर दावा किया गया है कि चंदौसी के कोट मोहल्ले में जहां जामा मस्जिद है, वहां पहले हरिहर मंदिर था.
‘मुस्लिम समुदाय ने शुरू की पत्थरबाजी’
उच्चतम न्यायालय के अधिवक्ता एवं मामले में याचिकाकर्ता विष्णु शंकर जैन ने बताया कि दीवानी न्यायाधीश (सीनियर डिविजन) की अदालत ने जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के लिये ‘एडवोकेट कमीशन’ गठित करने के निर्देश दिये थे, जिन्होंने 24 नवंबर को सर्वे की शेष कार्यवाही की. इसके बाद मुस्लिम समुदाय ने भारी विरोध प्रदर्शन करते हुए पथराव और आगजनी की. घटना के बाद संभल जिले का माहौल अति संवेदनशील हो गया है.
हिंसा में पुलिस वाले भी घायल
पुलिस ने बताया कि पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) संजीव कुमार के पैर में गोली लगी है जबकि उप जिलाधिकारी रमेश चंद्र के पैर की हड्डी टूट गई है। पुलिस ने बताया कि संभल के पुलिस क्षेत्राधिकारी अनुज कुमार को भी छर्रे लगे हैं. हिंसा के बाद व्याप्त तनाव को देखते हुए संभल तहसील में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं तथा 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूल सोमवार को बंद रखने के आदेश दिए गए हैं.
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FIRST PUBLISHED :
November 25, 2024, 12:56 IST