मिथिला संस्कृति को वैश्विक पहचान दिलाने सखी बहिनपा ग्रुप कर रहा प्रयास

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सखी बहिनपा मैथिलानी समुह मधुबनी प्रभारी छाया मिश्रा 

आर्या झा/मधुबनी: मधुबनी जिले का सखी बहिनपा मिथिलानी ग्रुप न केवल महिलाओं को रोजगार का अवसर प्रदान कर रहा है, बल्कि मिथिला की भाषा, परंपरा और सांस्कृतिक धरोहर को दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचा रहा है. यह ग्रुप 45,000 से अधिक महिलाओं और लड़कियों को जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बना रहा है.

13 देशों तक फैला है नेटवर्क
ग्रुप की प्रभारी छाया मिश्रा ने बताया कि यह ग्रुप अमेरिका, यूरोप, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस और कनाडा सहित 13 देशों में अपने उत्पाद भेज रहा है. मैथिली समुदाय से जुड़े त्योहार, शादी-विवाह और परंपराओं में उपयोग होने वाले पारंपरिक सामान इन देशों तक कूरियर के माध्यम से पहुंचाए जाते हैं.

हस्तशिल्प और पारंपरिक उत्पादों का निर्माण
सखी बहिनपा मिथिलानी ग्रुप की महिलाएं अदोरी, दनोरी, चिप्स, चरोड़ी, मधुबनी पेंटिंग, कोहबर, ढाकन, सुप, डगरी और जनेव जैसे उत्पाद तैयार करती हैं. इन उत्पादों की स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भारी मांग है. शादी-विवाह से जुड़ा पारंपरिक सामान हो या छठ पूजा के लिए विशेष सामग्रियां, हर वस्तु को बेहद बारीकी से तैयार किया जाता है.

महिलाओं की आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण
ग्रुप की संस्थापक अध्यक्ष आरती झा का कहना है कि यह पहल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने और अपने हुनर को पहचानने का अवसर प्रदान कर रही है. स्थानीय मेलों और हाट बाजारों में इन उत्पादों की बिक्री के अलावा, महिलाओं को अपने कार्य का उचित मूल्य मिल रहा है.

मिथिला की संस्कृति को पुनर्जीवित करने का प्रयास
ग्रुप का मुख्य उद्देश्य मैथिली भाषा और संस्कृति को सहेजना और इसे विश्व पटल पर पहचान दिलाना है. यह पहल न केवल महिलाओं को रोजगार दे रही है, बल्कि मिथिला की विलुप्त हो रही परंपराओं को भी पुनर्जीवित कर रही है.

विदेशों में बढ़ी मांग
विदेशों में रहने वाले मैथिली समुदाय के लोग इस पहल से बेहद जुड़े हुए हैं. सखी बहिनपा मिथिलानी ग्रुप के उत्पाद इन देशों में सांस्कृतिक पहचान बनाए रखने में सहायक हैं. यह ग्रुप स्थानीय महिलाओं के लिए रोजगार और मिथिला संस्कृति के लिए वैश्विक पहचान का प्रतीक बन चुका है.

महिलाओं और संस्कृति का संगम
सखी बहिनपा मिथिलानी ग्रुप न केवल आर्थिक समृद्धि का माध्यम है, बल्कि यह मिथिला की गौरवशाली परंपराओं को जीवित रखने और उन्हें नई ऊंचाई देने का सफल प्रयास भी है. यह पहल पूरे मिथिलांचल की महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बन गई है.

Tags: Bihar News, Local18, Madhubani news

FIRST PUBLISHED :

November 25, 2024, 12:57 IST

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