डॉक्टर वीके जैन की फोटो
चित्रकूट: उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में खुले सद्गुरु नेत्र चिकित्सालय को आंखों के मामले में मिनी एम्स के नाम से जाना जाता है. आंखों का इलाज और सर्जरी कराने के लिए देश के कोने-कोने से लोग इस अस्पताल में पहुंचते हैं. कैंप और कुछ अन्य योजनाओं के जरिए यहां मुफ्त में भी लोगों की आंखों का ईलाज और मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया जाता है. इस सेवा को देखते हुए सद्गुरु नेत्र चिकित्सालय के मुख्य निदेशक को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. यह पुरस्कार उन्हें उनकी सेवा भावना को देखते हुए दिया गया है.
पुणे में किया गया सम्मानित
बता दें कि सदगुरू नेत्र चिकित्सालय जानकीकुंड के निदेशक डॉ. बीके जैन ने नेत्र सेवा में अपना भरपूर योगदान दिया है और कई लोगों को आंखों की रोशनी भी प्रदान की है. उनके इस समर्पित कार्य और योगदान के लिए पुणे नेत्र सेवा प्रतिष्ठान द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर उनको सम्मानित किया गया है. यह पुरस्कार उन्हें पुणे महाराष्ट्र में एक भव्य समारोह में प्रदान किया गया था. समारोह में काइनेटिक ग्रुप ऑफ कंपनी के चेयरमैन अरुण फिरोदिया ने डॉ. बीके जैन को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार सौंपा है.
निदेशक ने दी जानकारी
डॉ. बीके जैन ने लोकल 18 को जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने पांच दशकों से अधिक समय तक नेत्र चिकित्सा के क्षेत्र में अपनी सेवाएं दी हैं. उन्होंने सदगुरू नेत्र चिकित्सालय के नेत्र रोगियों के इलाज में कई नई ऊंचाइयों को छुआ है. उनके नेतृत्व में अस्पताल ने हजारों लोगों की आंखों की रोशनी लौटाई है और समाज में नेत्रहीनता को समाप्त करने के लिए कई अभियान चलाए हैं. उनका मानना है कि आंखों की देखभाल और इलाज के लिए समाज में जागरूकता फैलाना बेहद महत्वपूर्ण है.
राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने के बाद डॉ. जैन ने कहा यह सम्मान केवल मेरे लिए नहीं बल्कि मेरे पूरे स्टॉफ, कार्यकर्ताओं और सदगुरू परिवार के लिए है. उन्होंने कहा, “जो समर्पण और मेहनत हमारे टीम ने की है उसका ही नतीजा है कि आज मुझे यह सम्मान मिला है. एक अनुशासित व्यक्ति जीवन में कभी असफल नहीं हो सकता. यह पुरस्कार उन सभी लोगों को समर्पित है जिन्होंने मेरे इस सफर में साथ दिया.”
उन्होंने यह भी कहा कि नेत्र चिकित्सा केवल एक पेशेवर सेवा नहीं है, बल्कि यह मानवता की सेवा है. समाज में आंखों की देखभाल के लिए किए गए हर छोटे प्रयास का बड़ा प्रभाव पड़ता है और यही कारण है कि उन्होंने अपना जीवन इस कार्य को समर्पित किया.
Tags: Chitrakoot News, Chitrakoot quality today, Local18
FIRST PUBLISHED :
November 24, 2024, 18:34 IST