छोटी सी कोठरी, गिनता था टाइल्स... हमास के कब्जे से छूटे इजरायली बंधक की आपबीती

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Last Updated:February 01, 2025, 23:04 IST

गादी मोज़ेज़ ने हमास के कब्जे में 70 दिन बिताए, जहां उन्हें एक छोटी सी कोठरी में रखा गया था. उन्होंने टाइल्स गिनकर और गणित के सवाल हल कर समय बिताया. उनकी साथी की हत्या हो गई थी, लेकिन बेटी बच गई. मोज़ेज़ का वजन 1...और पढ़ें

छोटी सी कोठरी, गिनता था टाइल्स... हमास के कब्जे से छूटे इजरायली बंधक की आपबीती

हमास ने 80 वर्षीय गादी मोज़ेज़ को रिहा किया, उन्होंने अपनी आपबीती बताई है. (AP फाइल फोटो)

हाइलाइट्स

  • हमास ने 70 दिन बाद गादी मोज़ेज़ को रिहा किया.
  • हमास की कैद में मोजे़ज का 15 किलो वजन घट गया.
  • मोज़ेज़ को हमास ने छोटी सी कोठरी में रखा था, जहां टाइलें गिनकर वक्त बिताया.

इजरायल-हमास के बीच गाजा में हुए संघर्षविराम समझौते के तहत बंधकों की अदला-बदली जारी है. हमास ने इस बीच शनिवार को तीन पुरुष बंधकों को रिहा कर दिया. वहीं इजराइल ने भी अपनी जेलों में बंद 183 फलस्तीनी कैदियों को छोड़ दिया है. इस बीच गाजा में हमास के कब्जे में बंधकों के जीवन से जुड़ी नई जानकारियां सामने आई हैं. हमास ने गुरुवार को जिस 80 वर्षीय गादी मोज़ेज़ को रिहा किया, उसने अपनी आपबीती बताई है.

टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, गादी मोज़ेज़ को पूरी तरह अलग-थलग रखा गया था. उन्हें इस कैद के दौरान किसी दूसरे व्यक्ति से संपर्क नहीं करने दिया गया. रिहाई से कुछ दिन पहले ही उन्हें एक दूसरे इजरायली बंधक से मिलने का मौका मिला.

छोटी सी कोठरी में 70 दिन 
रिपोर्ट के मुताबिक, मोज़ेज को लगभग 70 दिनों तक एक छोटे से अंधेरे कमरे में रखा गया. युद्ध के दौरान उन्हें कई बार अलग-अलग स्थानों पर ले जाया गया, लेकिन उन्हें हमास की अंडरग्राउंड सुरंगों में नहीं ले जाया गया.

मोजेज़ के लंबे समय की जीवन साथी, एफ़्राट काट्ज़ की 7 अक्टूबर के हमले में बेरहमी से हत्या कर दी गई थी, लेकिन अपनी बेटी मोरन के बारे में उन्हें तब तक कोई सुराग नहीं मिला. उनकी बेटी हमास के हमले में बच गई थी. मोज़ेज़ के इजरायल लौटने पर सबसे पहले उनका स्वागत करने वालों में उनकी बेटी भी शामिल थी.

बिना चश्मे के गुजारे 2 महीने, कैद में 15 किलो वजन घटा
मोज़ेज़ ने बताया कि उन्हें जिस कोठरी में कैद रखा गया था, वह सिर्फ दो वर्ग मीटर की थी. उन्होंने फर्श की टाइलें गिनकर और गणित के सवाल हल कर समय बिताया. रिपोर्ट के अनुसार, वे अपनी छोटी सी जगह में ही हर दिन लगभग सात किलोमीटर तक चलते थे.

अपहरण के दौरान उनका चश्मा टूट गया था, जिससे उन्हें दो महीने तक देखने में कठिनाई हुई. आखिरकार उन्हें नया चश्मा और दो किताबें दी गईं. कैद के दौरान मोज़ेज़ का वजन 15 किलो कम हो गया.

इस बीच हमास ने शनिवार को तीन इजरायली बंधक को भी रिहा कर दिया. हमास ने अमेरिकी-इजरायली नागरिक कीथ सीगल को रेड क्रॉस को सौंप दिया. इससे पहले, चरमपंथियों ने दक्षिण गाजा के खान यूनिस शहर में इसी तरह यार्दन बिबास (35) और फ्रांसीसी-इजराइली ओफर कैल्डेरोन (54) को रेड क्रॉस के हवाले कर दिया था. ये तीनों लोग 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले के दौरान अगवा किए गए थे, जिसके बाद इजरायल और हमास के बीच युद्ध छिड़ गया था.

First Published :

February 01, 2025, 23:04 IST

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