Agency:NEWS18DELHI
Last Updated:February 08, 2025, 11:38 IST
Delhi: दिल्ली में पुस्तक मेले का आयोजन 1 फरवरी से किया जा रहा है. कल यानी 9 फरवरी अंतराष्ट्रीय पुस्तक मेले का आखिरी दिन है. यहां बड़ी संख्या में किताबों के शौकीन पहुंच रहे हैं और बुक्स का कलेक्शन देखकर अभिभूत ह...और पढ़ें
बुक फेयर में आए लोगों ने साझा किया अपने अनुभव
हाइलाइट्स
- दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेला 1-9 फरवरी तक आयोजित हुआ.
- पुस्तक प्रेमियों ने मेले के मैनेजमेंट की तारीफ की.
- मेले में हर उम्र के लिए किताबें उपलब्ध हैं.
दिल्ली: राजधानी दिल्ली में इस समय अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेले का आयोजन किया जा रहा है. ये प्रगति मैदान के भारत मंडपम में आयोजित हो रहा है. यह मेला 1 फरवरी से 9 फरवरी तक चलेगा यानी कल आखिरी दिन है. यहां रोजाना हजारों पुस्तक प्रेमी पहुंच रहे हैं. अगर आप भी किताबों के शौकीन हैं, तो यह मेला आपके लिए एक बेहतरीन मौका है. यहां अंतरराष्ट्रीय किताबों के साथ-साथ फ्रांस, जर्मनी, रूस, नेपाल और अन्य देशों की संस्कृति और यात्रा पर आधारित कई पुस्तकें उपलब्ध हैं. साहित्य प्रेमियों के लिए भी यहां ढेरों किताबें मौजूद हैं.
जब लोकल 18 अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेले में पहुंचा और वहां के लोगों से बातचीत की, तो विजिटर्स ने अपने अनुभव साझा किए. आप भी जानें उन्होंने क्या कहा.
मैनेजमेंट की तारीफ
अजय भार्गव, जो हर साल इस पुस्तक मेले में आते हैं, लोकल 18 से बातचीत में कहते हैं, “जब भी यहां आता हूं, तो ऐसा लगता है कि मैं किताबों के समंदर में डूब गया हूं.” उन्होंने मेले के मैनेजमेंट की तारीफ करते हुए कहा कि जब से भारत मंडपम बना है, यहां स्टॉल्स का आयोजन और बेहतर हो गया है. एक दिन में पूरा मेला घूमना मुश्किल होता है, इसलिए जो भी यहां आए, कम से कम दो दिन का समय जरूर लेकर आए.
पुस्तकें करती हैं मार्गदर्शन
केवर्धन जी बताते हैं कि विश्व पुस्तक मेले का आयोजन इसलिए होता है ताकि लोग एक ही जगह पर अपनी पसंदीदा किताबें खरीद सकें. वे कहते हैं, “पुस्तकें हमारा सही मार्गदर्शन करती हैं और यहां हर उम्र के लोगों के लिए किताबें उपलब्ध हैं, फिर चाहे वे बच्चे हों या बुजुर्ग.”
उनके साथ मौजूद सुमित नौटियाल ने कहा, “यंगस्टर्स को जरूर यहां आना चाहिए, क्योंकि उनके लिए ढेरों रोचक और ज्ञानवर्धक किताबें मौजूद हैं. बच्चों के लिए भी यहां कई शानदार किताबें मिल रही हैं, जो उनकी पढ़ने की रुचि को बढ़ाएंगी.” यह मेला पुस्तक प्रेमियों के लिए किसी खजाने से कम नहीं है, जहां ज्ञान और साहित्य की दुनिया में एक अनोखी यात्रा की जा सकती है.
First Published :
February 08, 2025, 11:38 IST