Last Updated:February 08, 2025, 14:16 IST
Delhi Election Results 2025, Delhi chunav Results 2025, Arvind Kejariwal:दिल्ली के तीन बार सीएम रहे अरविंद केजरीवाल, नई दिल्ली विधानसभा सीट से 4099 वोटों से हार गए हैं. IIT, UPSC, IRS से होते हुए उन्होंने यहां ...और पढ़ें
Delhi Election Results 2025, Delhi chunav Results 2025, Arvind Kejariwal: दिल्ली के तीन बार सीएम रहे अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली विधानसभा से चुनाव हार गए हैं. उनको भाजपा के प्रवेश वर्मा ने 4099 वोटों से चुनाव हराया है, जिसके बाद केजरीवाल एक बार फिर सुर्खियों में हैं. आइए आपको बताते हैं कि IIT से पढ़ाई करने वाले केजरीवाल कैसे UPSC परीक्षा पास करके IRS अधिकारी बने और उसके बाद कैसे समाजसेवा करते हुए सीएम के पद तक पहुंचे.
Arvind Kejariwal Biography: अरविंद केजरीवाल की कहानी शुरू होती है हरियाणा के हिसार जिले के सिवानी खेड़ा गांव से. 16 अगस्त 1968 को जन्मे केजरीवाल तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं. केजरीवाल के पिता गोविंद राम केजरीवाल इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे. अरविंद केजरीवाल की शुरुआती पढ़ाई हिसार के कैंपस स्कूल से हुई. इसके बाद वह सोनीपत के होली चाइल्ड स्कूल से पढ़े. केजरीवाल शुरुआत से ही पढ़ाई-लिखाई में अव्वल थे, लिहाजा उन्होंने 12वीं के बाद IIT JEE की तैयारी शुरू कर दी.
Arvind Kejariwal Education: 1985 में पास की IIT JEE
12वीं के बाद अरविंद केजरीवाल ने 1985 में IIT JEE परीक्षा दी और इस परीक्षा में उन्होंने 563वीं रैंक हासिल की, जिसके बाद उन्हें IIT खड़गपुर में एडमिशन मिला. यहां से उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक की पढ़ाई की. इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद केजरीवाल को टाटा स्टील में नौकरी मिल गई. उन्होंने 1989 में टाटा स्टील जॉइन किया. वर्ष 1992 में अरविंद केजरीवाल ने कंपनी से छुट्टी लेकर संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी.
Arvind Kejariwal UPSC Story: IAS बनने का था सपना
अरविंद केजरीवाल ने पहली बार UPSC परीक्षा दी और वह इस परीक्षा में पास हो गए. 1993 की UPSC परीक्षा में उनका चयन भारतीय राजस्व सेवा (IRS) के लिए हो गया, लेकिन उनका सपना आईएएस अधिकारी बनने का था, इसलिए उन्होंने दोबारा यूपीएससी की परीक्षा दी. इस परीक्षा में भी उनका सेलेक्शन आईआरएस के लिए हुआ. फिर उन्होंने आईआरएस ही ज्वाइन कर लिया.वह 1995 में आयकर विभाग में असिस्टेंट कमिश्नर बन गए. पांच साल बाद, वर्ष 2000 में, अरविंद केजरीवाल ने उच्च शिक्षा के लिए दो साल का सवैतनिक अवकाश लिया. वर्ष 2002 में जब केजरीवाल लौटे, तो उन्हें कोई पोस्टिंग नहीं मिली, जिसके बाद उन्होंने 18 महीने बिना वेतन के अवकाश का आवेदन किया. वर्ष 2006 में अरविंद केजरीवाल ने संयुक्त आयकर आयुक्त पद से इस्तीफा दे दिया.
Arvind Kejariwal ki Kahani: एनजीओ से सीएम तक
नौकरी छोड़ने के बाद अरविंद केजरीवाल ने पब्लिक कॉज़ रिसर्च फाउंडेशन की स्थापना की और इसके माध्यम से सामाजिक कार्य करने लगे. इसी बीच अन्ना आंदोलन में अरविंद केजरीवाल अन्ना हजारे के साथ सक्रिय हुए. इस आंदोलन के बाद उन्होंने आम आदमी पार्टी (AAP) की स्थापना की. वर्ष 2013 में पहली बार आम आदमी पार्टी चुनाव मैदान में उतरी और दिल्ली में सरकार बनाई. इसके बाद फिर वह 2015 और 2020 में भी दिल्ली के सीएम बने. अब 2025 के विधानसभा चुनाव में वह नई दिल्ली विधानसभा सीट से चुनाव हार गए हैं.
First Published :
February 08, 2025, 14:14 IST