Agency:News18 Jharkhand
Last Updated:February 08, 2025, 17:44 IST
YouTube Tutor Scam: सरकारी नौकरी का सपना लगभग हर किसी का होता है. इसकी तैयारी के लिए आजकल सोशल मीडिया का सहारा लेने लगे हैं. वहीं ठगों ने ऐसे लोगों को अब शिकार बनाना शुरू किया है. साइबर ठगी के लिए लोग अब ये नया...और पढ़ें
पुलिस के गिरफ्त में ठगी करने वाला यूट्यूब चैनल ट्यूटर
हाइलाइट्स
- कोडरमा पुलिस ने 3 लाख सब्सक्राइबर वाले यूट्यूब ट्यूटर को गिरफ्तार किया.
- आरोपी मुकेश यादव फर्जी डिफेंस सर्टिफिकेट बेचकर ठगी कर रहा था.
- 120 से अधिक युवाओं को फर्जी सर्टिफिकेट जारी किए गए थे.
ओम प्रकाश निरंजन, कोडरमा: सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए यूट्यूब और अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म करियर गाइडेंस का एक बड़ा जरिया बन चुके हैं. कई शिक्षक मुफ्त में शिक्षा देकर लाखों युवाओं की मदद कर रहे हैं, लेकिन कुछ शातिर लोग इसका गलत फायदा उठाकर ठगी के खेल में जुटे हुए हैं.
कोडरमा पुलिस ने करीब 3 लाख सब्सक्राइबर वाले एक यूट्यूब ट्यूटर को गिरफ्तार किया है, जो ऑनलाइन क्लास की आड़ में युवाओं से ठगी कर रहा था. वह डिफेंस भर्ती के नाम पर फर्जी सर्टिफिकेट बेचता था, जिससे कई युवा नौकरी से बाहर हो गए.
ऑनलाइन क्लास के दौरान युवाओं को झूठे सर्टिफिकेट का झांसा
पुलिस अधीक्षक अनुदीप सिंह ने बताया कि आरोपी मुकेश यादव तिलैया थाना क्षेत्र के पानी टंकी रोड स्थित किराए के मकान से यूट्यूब के माध्यम से ऑनलाइन क्लास चला रहा था. वह युवाओं को झूठे डिफेंस जॉब सर्टिफिकेट देकर उन्हें ठग रहा था.
पुलिस को सूचना मिली कि यह ट्यूटर डिफेंस क्षेत्र की बहाली के लिए फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र देकर प्रत्येक छात्र से ₹25,000 वसूलता था. जब पुलिस ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में छापेमारी की, तो वहां से डिजिटल बोर्ड, कंप्यूटर सेटअप और कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बरामद हुए.120 से अधिक युवा हुए ठगी का शिकार, डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में हुआ खुलासा .एसपी ने बताया कि अब तक 120 से अधिक युवाओं को फर्जी सर्टिफिकेट जारी किए गए थे.
इन सर्टिफिकेट पर बारकोड लगा होता था, जिसे स्कैन करने पर फर्जी जानकारी दिखती थी.
युवा इसे असली समझकर डिफेंस भर्ती में इस्तेमाल करते थे.
लेकिन जब डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन हुआ, तो यह फर्जी निकले और 120 युवा नौकरी से बाहर कर दिए गए.
कैसे ठगता था यह यूट्यूबर?
₹25,000 में फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र बेचता था.
युवाओं को भरोसा दिलाने के लिए सर्टिफिकेट पर बारकोड लगाता था.
रकम एक संस्था के बैंक खाते में जमा करवाता, फिर तुरंत अपने खाते में ट्रांसफर कर लेता था.
संस्था का नाम बताकर सर्टिफिकेट जारी करता ताकि कोई शक न कर सके.
पुलिस ने आईफोन समेत कई डिवाइस किए जब्त
पुलिस ने छापेमारी के दौरान मुकेश यादव के पास से कई डिजिटल डिवाइस और बैंक दस्तावेज जब्त किए:
एक कंप्यूटर सेट
एक आईफोन और नथिंग कंपनी के दो मोबाइल फोन
अलग-अलग बैंकों की दो चेकबुक
तीन एटीएम कार्ड
नौकरी के सपने दिखाकर कर रहा था ठगी, अब पहुंचा सलाखों के पीछे!
जब फर्जी सर्टिफिकेट लेकर युवा भर्ती प्रक्रिया में पहुंचे, तो डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के दौरान यह पूरा फर्जीवाड़ा उजागर हुआ. कई युवाओं का भविष्य दांव पर लग गया, लेकिन अब पुलिस की त्वरित कार्रवाई से यह ठग अपने अंजाम तक पहुंच चुका है.
Location :
Kodarma,Jharkhand
First Published :
February 08, 2025, 17:44 IST