जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में आतंकवाद में शामिल होने के आरोपी 26 वर्षीय एक व्यक्ति ने पुलिस द्वारा कथित तौर पर परेशान किये जाने के बाद आत्महत्या कर ली। बटोडी गांव के 26 वर्षीय निवासी माखन की मौत के बाद पुलिस और प्रशासन ने घटना की अलग-अलग जांच के आदेश दिए हैं। एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें माखन खुद को निर्दोष बताते हुए कह रहा है कि उसका आतंकवादियों से कभी कोई संबंध नहीं रहा है।
परिवार ने लगाया ये आरोप
जिले के बिलावर इलाके में बुधवार रात कथित तौर पर जहर खाने से माखन की मौत हो गई। परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि माखन और उसके पिता को स्थानीय पुलिस ने उठा लिया था और आतंकवादियों के बारे में जानकारी जुटाने के लिए उन पर अत्याचार किया, जिसके कारण उन्हें आत्महत्या करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
मजिस्ट्रेट जांच के आदेश
घटना को गंभीरता से लेते हुए कठुआ के जिला मजिस्ट्रेट ने मुरीद के बेटे माखन की मौत की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। जिलाधिकारी ने एक आदेश में कहा, "मृत्यु के कारण का पता लगाने के लिए इस मामले में मजिस्ट्रेट जांच की आवश्यकता है।" गुरुवार को जारी आदेश के अनुसार, मामले की जांच के लिए लोहाई मल्हार के तहसीलदार अनिल कुमार को जांच मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है और उन्हें पांच दिन के भीतर विस्तृत रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने DIG के नेतृत्व में मामले की समयबद्ध जांच के भी आदेश दिए हैं।
MLA रामेश्वर सिंह ने की न्याय की मांग
इस बीच बानी से विधायक रामेश्वर सिंह मृतक के परिवार के समर्थन में आए और उसके लिए न्याय की मांग की। सिंह ने कहा, "जब तक परिवार को न्याय नहीं मिल जाता, शव को यहां से नहीं हटाया जाएगा। मैं उनके साथ खड़ा हूं। मैं उसे जीवित नहीं कर सकता, लेकिन न्याय मिलने तक लड़ता रहूंगा।" (भाषा इनपुट्स के साथ)
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