Agency:News18 Rajasthan
Last Updated:February 07, 2025, 12:50 IST
गुलाब की खुशबू और औषधीय गुणों के कारण इसे आयुर्वेद में महत्वपूर्ण माना गया है. डॉक्टर नरेंद्र चौधरी के अनुसार, गुलाब एंटीबैक्टीरियल, शीतल, त्रिदोष नाशक और हृदय के लिए लाभकारी है.
फूलों का राजा गुलाब
हाइलाइट्स
- गुलाब एंटीबैक्टीरियल और त्रिदोष नाशक है.
- गुलाब जल त्वचा को टोन और हाइड्रेट करता है.
- गुलाब उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है.
नागौर. फूलों का राजा कहे जाने वाले गुलाब की खुशबू सभी को बहुत पसंद है. इसके पौधे पर छोटी पत्तियों व शाखों पर कांटे होते हैं. गुलाब के पौधे को घर व आंगन में लगाकर घर की खूबसूरती बढ़ाई जाती है. आयुर्वेद में भी गुलाब बहुत महत्वपूर्ण है. इसका उपयोग सौंदर्य उत्पाद बनाने के लिए भी किया जाता है. आयुर्वेदिक डॉक्टर नरेंद्र चौधरी ने बताया कि गुलाब की कई प्रजातियां पाई जाती है.
इस पौधे की अर्क व छाल को औषधिय उपयोग में लिया जाता है. डॉक्टर के अनुसार गुलाब में एंटीबैक्टीरियल गुण भी पायें जाते हैं. आयुर्वेद में इसे शीतल, त्रिदोष नाशक, हृदय के लिए लाभकारी और त्वचा के लिए उत्तम माना गया है. गुलाब का उपयोग गुलाब जल, गुलकंद, गुलाब चाय, गुलाब तेल, गुलाब का शरबत बनाने भी किया जाता है.
गुलाब के आयुर्वेदिक फायदे
आयुर्वेदिक डॉक्टर ने बताया कि गुलाब पेट को ठंडक देता है और एसिडिटी, कब्ज और अपच में राहत पहुंचाता है. गुलकंद (गुलाब की पंखुड़ियों से बना मुरब्बा) कब्ज दूर करने में सहायक होता है. इसके अलावा इसका सेवन या इसकी सुगंध तनाव, चिंता और अवसाद को कम करने में मदद करती है.
गुलाब जल या गुलाब की चाय मानसिक शांति और अच्छी नींद लाने में सहायक होती है और गुलाब जल त्वचा को टोन और हाइड्रेट करता है, जिससे त्वचा कोमल और चमकदार बनी रहती है. यह मुंहासों, जलन और रैशेज को कम करने में सहायक होता है.
हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी
डॉक्टर ने बताया कि गुलाब हृदय को ताकत देता है और उच्च रक्तचाप (BP) को नियंत्रित करने में मदद करता है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो रक्त संचार को बेहतर बनाते हैं. इसके अलावा गुलाब शरीर को ठंडक प्रदान करता है और थकान दूर करने में मदद करता है. गुलाब की पंखुड़ियों से बनी चाय गले की खराश और खांसी को दूर करने में मदद करती है.
Location :
Nagaur,Rajasthan
First Published :
February 07, 2025, 12:50 IST