Men Should not Ignore 5 Health Problems: जवानी में अधिकांश पुरुष अपनी हेल्थ को लेकर अकड़ में रहते हैं. उन्हें लगता है कि वे तो अभी जवान है, उन्हें कोई बीमारी क्यों होगी. अगर आप भी ऐसा सोचते हैं तो आप गलत है क्योंकि आजकल 15 से 25 साल की उम्र के लड़कों को कोलोन कैंसर और टेस्टीकुलर कैंसर जैसी घातक बीमारी हो रही है. 20 साल के लड़कों में हार्ट अटैक की कई खबरें आप हमेशा सुनते ही हैं. यहां तक कि यौन समस्याएं भी युवा पुरुषों में बढ़ रही है. ऐसे में समझदारी इसी में है कि शरीर में जैसे इन बीमारियों से संबंधित संकेत दिखें तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. शुरुआत में ये संकेत भले ही बेहद मामूली दिखे और शरीर को बेशक कोई तकलीफ न दें लेकिन इसे डॉक्टर से दिखाना जरूरी है. इसके लिए शर्म, लज्जा या मर्दानगी का मसला न बनाएं.
ये 5 संकेत, न करें नजरअंदाज
1. प्राइवेट पार्ट के पास तिल और गांठ का बदलना
युवा पुरुषों में टेस्टीकुलर कैंसर होने लगा है. ऐसे में यदि प्राइवेट पार्ट या टेस्टिस में कहीं भी पहले से तिल है और अगर इसके रंग में बदलाव आ गया या तिल के आकार में परिवर्तन हो गया तो टेस्टिकुलर कैंसर के संकेत हो सकते हैं. इसके साथ ही अगर टेस्टिस बहुत ज्यादा हार्ड लग रहा है या टेस्टिस में कहीं गाठ हो गया तो यह भी कैंसर के संकेत हो सकते हैं. हालांकि जरूरी नहीं कि ये कैंसर ही हो, अधिकांश मामले में कैंसर नहीं होते हैं लेकिन यदि 1 प्रतिशत भी इसका चांस है तो देर न करें न ही शर्म करें तुरंत परिवार को बताएं और डॉक्टर के पास भागे. शुरुआत में अगर कैंसर भी पकड़ में आ गया तो इसका पूरी तरह से इलाज है.
2. कंधे, छाती में असमान्य दर्द
आजकल युवाओं में जो हार्ट अटैक होते हैं, उसका सबसे बड़ा कारण हार्ट की ओर जाने वाली धमनियों में कोलेस्ट्रॉल का जमा होना है. फोर्टिस अस्पताल, नई दिल्ली में कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के हेड डॉ. नित्यानंद त्रिपाठी बताते हैं कि 20-30 प्रतिशत लोगों में कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ रहता है या हार्ट से संबंधित कोई न कोई परेशानी छुपी रहती है जिसके कोई संकेत नहीं दिखते. यही अचानक एक दिन फट कर हार्ट अटैक के रूप में सामने आते हैं. इसलिए हर युवा को साल में एक बार लिपिड प्रोफाइल टेस्ट जरूर कराना चाहिए. दूसरी ओर यदि छाती में असमान्य तरीके से दर्द हो रहा है और इसके साथ कंधे में भी दर्द है, बहुत ज्यादा पसीना आता है, सांस लेने में तकलीफ हो रही है, थोड़ा सा काम करने पर थक जा रहे हों तो आपको हर हाल में डॉक्टर के पास जाना चाहिए. छाती में असमान्य दर्द गैस या सीने में जलन से अलग होता है. यह लेट जाने या बैठ जाने पर रूकता नहीं है, लगातार होते रहता है.
3. पेशाब करने में दिक्कत
अगर पेशाब करने में किसी न किसी तरह से दिक्कत है, पेशाब करने में जलन हो रहा है, पेशाब का रंग लगातार बदल रहा है, बार-बार पेशाब हो रहा, पेशाब से खून आ रहा हैं तो इन संकेतों को कभी भी नजरअंदाज न करें. पेशाब का रंग कभी-कभी कलरफुल चीजें खाने से बदल जाती है लेकिन अगर बिना किसी कारण रंग बदलता है तो यह किसी इंफेक्शन का संकेत हो सकता है. ऐसे में देर न करें एक बार डॉक्टर से मिल लें.
4. ज्यादा प्यास लगना
टीओआई की खबर के मुताबिक जिस तरह बार-बार पेशाब करना गड़बड़ है उसी तरह जल्दी-जल्दी प्यास लगना भी किसी बीमारी के संकेत हैं. हालांकि दिन भर में 2-3 लीटर पानी जरूर पीना चाहिए लेकिन पानी पीने के बाद भी तुरंत-तुरंत प्यास लगती है तो यह हाइपोग्लेसीमिया के संकेत हो सकते हैं. यह डायबिटीज बीमारी के भी लक्षण है. आप जानते हैं डायबिटीज अगर एक बार हो गया तो यह जाता नहीं है और यह कई बीमारियों को बढ़ा देता है. अगर ऐसा है तो तुरंत डॉक्टर से इलाज कराएं. शुरुआत में इलाज कराने से ठीक हो सकता है.
5. इरेक्टाइल डिसफंक्शन
20-25 साल से पहले किसी पुरुष में इरेक्टाइल डिसफंक्शन के मामले बहुत ही रेयर है. लेकिन 25 साल के बाद यदि इरेक्टाइल डिसफंक्शन है तो न तो घबराएं और न ही शर्माएं, तुरंत अच्छे डॉक्टर से दिखाएं. अगर इरेक्टाइल डिसफंक्शन के साथ जीएंगे तो शरीर के साथ-साथ मन की भी बीमारी हो जाएगी और इससे धीरे-धीरे शरीर खोखला हो जाएगा. इससे अन्य अंग भी प्रभावित होंगे. इरेक्टाइल डिसफंक्शन से किडनी फेल्योर, डायबिटीज, न्यूरोलॉजिकल डिर्सोर्डर भी हो सकता है.इसलिए तुरंत डॉक्टर से इलाज कराएं.
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FIRST PUBLISHED :
November 21, 2024, 12:26 IST