Last Updated:January 20, 2025, 22:05 IST
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की धमकी से डरे कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने चीन से ड्रोन खरीद लिए, ताकि बॉर्डर की निगरानी की जा सके. लेकिन ड्रोन उड़ाते ही अमेरिका ने दिया डिब्बों में बंद करने का आदेश.
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो एक के बाद एक गलत फैसलों की वजह से खुद ही फंसते जा रहे हैं. अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले साल नवंबर में कनाडा को धमकी दी कि अगर अवैध ड्रग्स और अप्रवासी कनाडा से अमेरिका में प्रवेश करते रहे तो कनाडा पर 25% टैरिफ लगाया जाएगा. इतना ही नहीं, कनाडा को अमेरिका का राज्य बताकर चुटकी भी ली. ट्रंप के इस बयान से जस्टिन ट्रूडो इतना डर गए कि उन्होंने रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) को कहा कि वे तत्काल चीन के डीजेआई ड्रोन खरीदें ताकि बॉर्डर पर निगरानी रखी जा सके.
जस्टिन ट्रूडो इस कदम से अमेरिका को धमकाने की कोशिश कर रहे थे. वे अमेरिका को बताना चाहते थे कि हेलीकॉप्टरों इंफ्रारेड सेंसर और ड्रोन के जरिए सीमा सुरक्षा को मजबूत करने जा रहे हैं. ट्रूडो का निर्देश मिलते ही आरसीएमपी ने तत्काल चीन से डीजेआई सैकड़ों ड्रोन खरीदने के लिए ऑर्डर दे दिया.
ड्रोन उड़ते ही अमेरिका भड़का
लेकिन दिलचस्प वाकया तब हुआ जब कनाडा पुलिस इन चीनी ड्रोन को कनाडा अमेरिका सीमा पर उड़ाने ले गई, तो अमेरिकी सिक्योिरिटी अफसरों को इसकी भनक लग गई. बॉर्डर पर चीनी ड्रोन देखते ही उनकी भौंहें तन गईं. तुरंत अमेरिकी अफसरों ने कनाडा को लाइन पर लिया और सारे ड्रोन बंद करने के आदेश दिए. नहीं करने पर कार्रवाई की चेतावनी तक दे डाली.
जासूसी का डर
अमेरिकी अधिकारी मानते हैं कि चीन अपने ड्रोन के जरिए कहीं से भी जासूसी कर सकता है. ऐसे में यदि उनका ड्रोन अमेरिकी सीमा पर उड़ेगा तो उनके अनेक रहस्य चीन के पास जा सकते हैं. अमेरिकी अधिकारियों ने हाल में ही चीन निर्मित ड्रोन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने के उद्देश्य से एक जांच भी शुरू की है. अमेरिका के इन निर्देशों के बाद कनाडा के अधिकारियों ने चीन से लिए ड्रोन को वापस डिब्बों में बंद कर दिया है. कनाडा को इससे लाखों डॉलर का नुकसान बताया जा रहा है. कनाडा के अधिकारियों का मानना है कि यह निर्णय जल्दबाजी में लिया गया था जिसके चलते यह नुकसान हुआ.
First Published :
January 20, 2025, 22:05 IST