दवाइयों का खजाना है यह जंगली सब्जी! डायबिटीज सहित कई रोगों में कारगर

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बाड़ करेला स्वाद में कड़वा होता है लेकिन सब्जी मीठी बनती है

नागौर:- आज के समय में अगर सब्जियों की बात करें, तो बाजार में ज्यादातर सब्जियां रासायनिक खाद और रासायनिक कीटनाशक देकर तैयार की जा रही है, जिनका हमारे स्वास्थ्य पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा है. हमारी प्रकृति में भी कुछ देसी सब्जियां पनपती हैं, जो खाने में बहुत ही स्वादिष्ट, गुणकारी और औषधीय गुणों से भरपूर होती हैं. ऐसे ही बरसात के मौसम में खरीफ सीजन में उगने वाली देसी और औषधिय सब्जी ‘बाड़ करेला’ है, जो खाने में स्वादिष्ट और शरीर से रोगों को दूर कर निरोग बनाने वाली सब्जी है.

खेतों की बाड़ में उगता है बाड़ करेला
बाड़ करेला के बेलें खेतों की मेड़, बीड़ या जोहड़ में उगती है. इसलिए इसे जंगली सब्जी भी कहते हैं. मानसून की बरसात के साथ खरीफ सीजन में ज्यादातर अपने आप उगती है. कुछ किसान बाड़ में इनके बीज भी छिड़क देते हैं. बाड़ करेले की बेल पांच कोण वाली हाथ की आकृति जैसी होती है. इस बेल पर हरे रंग के बीच में से गोलाकर और आगे पीछे से नुकीले आकार के फल लगते हैं. इन फलों को बाड़ करेला कहा जाता है.

आयुर्वेदिक गुणों से होता है भरपूर
वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्सा राजेंद्र कुमार ने लोकल 18 को बताया कि बाड़ करेला स्वाद में कड़वा होता है. लेकिन इसकी शानदार सब्जी बनती है और यह औषधियों गुणों से भरपूर होता है. बाड़ करेला पाचन तंत्र को मजबूत करता है. यह अपच, अजीर्ण, आफरा, पेट दर्द में लाभदायक है. यह रक्त विकार, पित्त विकार, पांडु, प्रमेह और उदरकृमि नाशक है. बाड़ करेला एसिडिटी, छाती में जलन, खट्टी डकार, गैस आदि समस्याओं में राहत देता है. बाड़ करेला मधुमेह रोगियों के लिए रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में कारगर है. मधुमेह के रोगी इसे सूखे पाउडर व जूस के रूप में ले सकते हैं.

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स्वाद में होता है कड़वा
बाड़ करेला सीधा खाने में थोड़ा कड़वा होता है. सब्जी बनाने से पहले इसे काटकर हल्दी और नमक लगाकर मीठा किया जाता है. इसकी सब्जी औषधियों गुणों से परिपूर्ण होती है. गांव में लोग बड़े चाव से इसकी सब्जी बनाते हैं. इसकी सब्जी शुद्ध और देसी होती है. यह बीड़, जोहड़ व खेतों की बाड़ों पर प्राकृतिक तरीके से ही होती है. इसलिए यह बिल्कुल जैविक सब्जी होती है.

Tags: Health News, Local18, Nagaur News, Rajasthan news

FIRST PUBLISHED :

October 2, 2024, 13:45 IST

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