Last Updated:February 12, 2025, 10:34 IST
दिल्ली एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाले यात्रियों को जल्द ही पीक आवर्स में अधिक शुल्क देना पड़ सकता है. DIAL ने UDF को 610-1,620 रुपये तक बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है. AERA इस पर अंतिम निर्णय लेगी.
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DIAL पहले से ही भारी वित्तीय दबाव में है.
हाइलाइट्स
- दिल्ली एयरपोर्ट पर UDF शुल्क में वृद्धि प्रस्तावित.
- पीक आवर्स में यात्रियों को अधिक शुल्क देना पड़ सकता है.
- AERA अंतिम निर्णय लेगी, नई दरें 1 अप्रैल 2025 से लागू हो सकती हैं.
नई दिल्ली. दिल्ली हवाई अड्डे से उड़ान भरने वाले घरेलू यात्रियों को जल्द ही पीक आवर्स (सुबह 5 बजे से 8:55 बजे और शाम 5 बजे से 8:55 बजे) में अधिक शुल्क देना पड़ सकता है. वर्तमान में दिल्ली हवाई अड्डे पर प्रस्थान करने वाले यात्रियों से लगभग 52 रुपये उपयोगकर्ता विकास शुल्क (UDF) के रूप में लिया जाता है. दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) ने इस शुल्क को 610 रुपये से लेकर 1,620 रुपये तक बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है. अन्य हवाई शुल्कों में भी वृद्धि की योजना है. डायल के इस प्रस्ताव पर अंतिम मुहर एयरपोर्ट इकोनॉमिक रेगुलेटरी अथॉरिटी (AERA) लगाएगी.
यही नहीं डायल ने अंतरराष्ट्रीय फर्स्ट और बिजनेस क्लास यात्रियों से इकोनॉमी या प्रीमियम इकोनॉमी में यात्रा करने वालों की तुलना में अधिक यूडीएफ वसूलने की तैयारी भी की है. यह प्रस्ताव देश के किसी भी हवाई अड्डे के लिए अपनी तरह का पहला होगा. DIAL ने अपनी टैरिफ योजनाओं को एयरपोर्ट इकोनॉमिक रेगुलेटरी अथॉरिटी (AERA) को सौंपा है, जो इन प्रस्तावित दरों की समीक्षा करेगा और व्यापक परामर्श प्रक्रिया के बाद अंतिम शुल्क तय करेगा. हवाई अड्डा संचालक ने AERA से इस अनुरोध पर विचार करने और नई टैरिफ दरों को अंतिम रूप देने का आग्रह किया है, जो 1 अप्रैल 2025 से लागू हो सकती हैं.
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समय और श्रेणी के अनुसार शुल्क लगाने की योजना
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, डायल ने उड़ान के समय और यात्रा श्रेणी के आधार पर अलग-अलग शुल्क लगाने की योजना भी शामिल है. सूत्रों के अनुसार, यह प्रस्ताव सभी यात्रियों के लिए भारी शुल्क वृद्धि से बचने और DIAL की विस्तार योजनाओं को आर्थिक रूप से समर्थन देने के लिए लाया गया है.
DIAL पर बढ़ता वित्तीय बोझ
DIAL पहले से ही भारी वित्तीय दबाव में है. वित्तीय वर्ष 2024-25 में इसे 1,500 करोड़ रुपये से अधिक का घाटा होने की उम्मीद है. हाल ही में पूरा किया गया फेज 3A विस्तार प्रोजेक्ट, जिस पर 12,500 करोड़ रुपये से अधिक खर्च हुए, मुख्य रूप से उधारी से वित्तपोषित था. दिसंबर 2024 तक, DIAL पर 15,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज है, जिसमें अक्टूबर 2026 में परिपक्व होने वाले 522 मिलियन डॉलर के बॉन्ड भी शामिल हैं.
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New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
February 12, 2025, 10:34 IST