Agency:News18 Bihar
Last Updated:February 12, 2025, 13:09 IST
Samastipur Fish Farming: समस्तीपुर स्थित बेलसंड गांव के रहने वाले अरूण सहनी पिछले 20 वर्षों से मछली पालन के क्षेत्र में काम कर रहे हैं. अरूण अपने तीन पार्टनर के साथ मिलकर 30 एकड़ तालाब में मछली पालन कर रहे हैं. ...और पढ़ें
मछली पालन व्यवसाय
हाइलाइट्स
- अरूण सहनी 20 वर्षों से मछली पालन कर रहे हैं.
- 30 एकड़ तालाब में मछली पालन से सालाना 30 लाख की कमाई.
- विभागीय योजनाओं से मछली पालन में मदद मिलती है.
समस्तीपुर. बिहार में मछली पालन बड़े व्यवसाय का रूप लेते जा रहा है. बड़ी संख्या में लोग मछली पालन भी कर रहे हैं. इसी कड़ी में समस्तीपुर जिला के कल्याणपुर प्रखंड स्थित बेलसंड गांव के रहने वाले अरूण सहनी पिछले 20 वर्षों से मछली पालन के क्षेत्र में काम कर रहे हैं. वर्तमान में अरूण तीन पार्टनर के साथ मिलकर करीब 30 एकड़ के तालाब में मछली पालन करते हैं. वहीं प्रति एकड़ लाखों की कमाई होती है. अरुण सहनी का कहना है कि मत्स्य पालन विभाग की तरफ से योजनाओं की जानकारी मिलती रहती है, जिससे काफी मदद मिलती है.
सालाना 30 लाख से अधिक है कमाई
अरूण सहनी ने बताया कि विभागीय मदद से ही खुद का तालाब खुदवाया था. अब बड़े स्तर पर मछली पाल कर रहें है और लोकल मार्केट में ही मछली की बिक्री हो जाती है. खास बात यह है कि तालाब अपनी जमीन पर कम ही है. ज्यादातार तालाब लीज पर लेकर मछली पालन कर रहे हैं. समय-समय पर विभागीय मदद मिलने से इस कारोबार में बढाेतरी होती जा रही है. उन्होंने बताया कि मछली पालन से सालाना 30 लाख से अधिक की कमाई हो रही है.
30 एकड़ में कर रहे हैं मछली पालन
अरूण सहनी ने बताया कि मछली पालन का व्यवसाय शुरू से करते आ रहे हैं. लेकिन, जब बिहार सरकार के मत्स्य पालन विभाग का साथ मिला, तो इसे अब आधुनिक तरीके से मछली पालन करने लगे. शुरूआत छोटे स्तर से की और अब बड़े पैमाने पर मछली पालन कर रहे हैं. खास बात यह है कि मछलियों की बिक्री को लेकर कोई टेंशन नहीं है, लोकल बाजार में ही सारी मछलियां खपत हो जाती है. कोई भी समस्या आने पर विभागीय अधिकारी से साझा करते हैं. साथ ही योजनाओं का लाभ हासिल करते हैं. अरून फिलहाल 30 एकड़ में मछली पालन कर रहे हैं, जिसमें खुद तालाब खुद का और बांकी लीज पर लिए हुए हैं.
Location :
Samastipur,Bihar
First Published :
February 12, 2025, 13:06 IST
इस किसान से समझिए मछली पालन का गणित, सालाना 30 लाख से अधिक है कमाई