Agency:News18 Jharkhand
Last Updated:February 12, 2025, 15:26 IST
Waste to Wonder: 11 फरवरी से महाकुंभ मेले की शुरूआत हुई जिसमें स्कूल के बच्चों ने वेस्ट से कई तरह के अट्रैक्टिव प्रोडक्ट्स बनाए हैं. बता दें कि मेले में ग्रामीण विकास विभाग द्वारा की स्टाल लगाया गया है जिसमें आ...और पढ़ें
मेले का द्वार
हाइलाइट्स
- आदिवासी महाकुंभ मेला पलामू में शुरू हुआ.
- बच्चों ने वेस्ट मटेरियल से ह्यूमन हार्ट बनाया.
- मेले में 40 से अधिक स्टाल लगाए गए हैं.
Adivasi Mahakumbh Mela: पलामू जिले के दुनियाखांड में राजकीय आदिवासी विकास महाकुंभ मेला का उद्घाटन 11 फरवरी को हुआ. मेले का उद्घाटन झारखंड राज्य के अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री चमरा लिंडा, वित्तमंत्री राधा कृष्ण किशोर,विधायक रामचंद्र सिंह, पूर्व मंत्री के एन त्रिपाठी, जिला परिषद उपाध्यक्ष आलोक कुमार सिंह, अनुसूचित जाति के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरे राम सिंह, मेला समिति के अध्यक्ष अर्जुन सिंह, उप विकास आयुक्त मो० शब्बीर अहमद, नगर आयुक्त जावेद हुसैन, अनुमंडल पदाधिकारी सुलोचना मीना, समेत पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर मेला का उद्घाटन किया.
बता दें कि चेरो राजा मेदिनिराय की याद में आदिवासी महाकुंभ मेले का आयोजन होता रहा है.जो कि पिछले 3 वर्षों से राजकीय मेले के तर्ज पर मनाया जा रहा है.जिसमें मेला समिति और जिला प्रशासन की मदद से आयोजित किया जा रहा है.बता दें कि इस मेले में कुल 40 से अधिक स्टाल लगाए गए है.जिसमें तरह तरह की योजनाओं को लेकर स्टाल लगाया गया है.
वेस्ट मैटेरियल से बच्चों ने तैयार की खास चीज
बता दें कि मेले में कई तरह के स्टाल लगाए गए हैं जिसमें ग्रीन वेली इंटरनेशनल स्कूल के बच्चों ने वेस्ट मैटेरियल के प्रयोग से कई चीज बनाए हैं. जिसे वो मेले में प्रदर्शित कर रहे हैं. छाया कुमारी ने कहा कि वेस्ट मैटेरियल की मदद से उन्होंने ह्यूमन हार्ट बनाया है. जो कार्टून दुकानों में और घरों में फेंक दिया जाता है. उसकी मदद से ह्यूमन दिल बनाया गया है जिससे लोगों को जानकारी दी जा रहा है कि ये दिल काम कैसे करता है. उन्होंने कहा कि लोगों को जागरूक करना है कि जो सामान हम घरों में फेंक देते हैं उसे वर्किंग मॉडल या क्राफ्ट आइटम बनाकर उपयोग में ला सकते है.
ग्रामीण विकास विभाग के खास स्टाल
बता दें कि मेले में ग्रामीण विकास विभाग द्वारा की स्टाल लगाया गया है जिसमें आत्म निर्भर महिलाएं द्वारा होम मेड समान लोगों को उपलब्ध कराया जा रहा है. चंदा कुमारी ने बताया कि वो घर पर लाह की चूड़ियां और कांच की चूड़ियां तैयार करती है.इसके अलावा मोटा अनाज से तैयार अनाज को पलास प्रोडक्ट के तौर पर किया जाता है.
आंगनबाड़ी का रोल मॉडल प्रदर्शित
समाज कल्याण पदाधिकारी नीता चौहान ने बताया कि समाज कल्याण विभाग द्वारा मेले में आंगनबाड़ी का रोल मॉडल इसके अलावा गर्भवती महिलाओं के लिए मोटे अनाज व सरकारी योजनाओं के बारे में बताया जा रहा है.वहीं कृषि वैज्ञानिक डॉ० प्रमोद कुमार ने लोकल18 को बताया कि क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र द्वारा कृषि की नवीनतम तकनीक को दिखाया जा रहा है. इसमें ताइवान पिंक अमरूद, स्ट्रॉबेरी गरमा मूंग के अलावा अन्य चीज को दिखाया गया है.
Location :
Palamu,Jharkhand
First Published :
February 12, 2025, 15:26 IST
आदिवासी महाकुंभ: 40+ स्टॉल्स की रौनक, वेस्ट मटेरियल से बनाया 'धड़कता दिल'!