Agency:News18 Uttar Pradesh
Last Updated:February 12, 2025, 15:09 IST
Acharya Satyendra Das : राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का बुधवार को लखनऊ के पीजीआई में निधन हो गया. इसी के साथ अयोध्या में एक अनोखी दोस्ती का भी अंत हो गया. बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अ...और पढ़ें
पुजारी और अंसारी
हाइलाइट्स
- आचार्य सत्येंद्र दास का लखनऊ में निधन.
- इकबाल अंसारी और सत्येंद्र दास की दोस्ती का अंत.
- अयोध्या में शोक की लहर, अपूरणीय क्षति.
अयोध्या : राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास के निधन से अयोध्या में शोक की लहर है. गौरतलब है कि आचार्य सत्येंद्र दास का 80 साल की उम्र में आज निधन हो गया. बुधवार सुबह 7 बजे लखनऊ पीजीआई में उन्होंने आखिरी सांस ली. बीते 3 फरवरी को ब्रेन हेमरेज के बाद आचार्य सत्येंद्र दास को अयोध्या से लखनऊ रेफर किया गया था. राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने आचार्य सत्येंद्र दास के निधन की पुष्टि करते हुए कहा कि यह हमारे और समाज के लिए गहरा आघात है. 1993 से आचार्य सत्येंद्र दास लगातार रामलला की सेवा कर रहे थे और उन्हें बतौर पुजारी सिर्फ 100 रुपए तनख्वाह मिलती थी. उनका इस तरह से जाना दुखद है.
लेकिन खास बात यह है कि आचार्य सत्येंद्र दास जाति, धर्म और संप्रदाय के आधार पर भेदभाव में विश्वास नहीं करते थे. वह मुस्लिम समुदाय के पर्वों में भी जाते थे. राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास और बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार रहे इकबाल अंसारी एक दूसरे के पर्व और त्योहार में शामिल भी होते थे. होली, दीपावली, दशहरा, ईद जैसे त्योहार में इकबाल अंसारी और आचार्य सत्येंद्र दास एक दूसरे के घर भी जाते थे और उत्साह के साथ पर्व मनाते थे. लेकिन आज जब राम मंदिर के मुख्य पुजारी का निधन हुआ तो अंसारी के आंखें भी नम हो गई.
अयोध्या के लिए अपूरणीय क्षति
बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने भी आचार्य सत्येंद्र दास के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि अयोध्यावासियों के लिए यह बहुत बड़ी क्षति है. हमारे उनके पारिवारिक संबंध थे. हमारे पिताजी के समय से ही पुजारी जी से घरेलू संबंध थे. हमारे सुख-दुख में पुजारी जी शामिल होते थे और हम भी उनके त्योहार में शामिल होते थे. हम आचार्य सत्येंद्र दास को अपने पिता तुल्य मानते थे और हमारे लिए यह अपूरणीय क्षति है. इकबाल अंसारी ने कहा कि जीवन भर रामलाल की सेवा करने वाले आचार्य सत्येंद्र दास को ऊपर भी अच्छी जगह मिले यही हमारी प्रार्थना है.
Location :
Ayodhya,Faizabad,Uttar Pradesh
First Published :
February 12, 2025, 15:09 IST
कभी इकबाल और आचार्य सत्येंद्र दास साथ मनाते थे होली-ईद, आज नहीं रहे पुजारी