नई दिल्ली:
दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR Weather)में मंगलवार तड़के हुई बारिश ने मौसम एक और फिर हल्का सा सर्द बना दिया है. बीते दिन दिल्ली में इतनी तेज धूप निकली कि लोगों के पसीने छूटने लगे. लेकिन मंगलवार सुबह मौसम ने एक बार फिर से पलटी मारी है. इस बार जनवरी में ही मौसम ने कई रंग दिखाएं, कभी कड़ाके की ठंड तो कभी बारिश. फिर जनवरी खत्म होते-होते दिन गर्म होते चले गए और रात का तापमान भी बढ़ता चला गया. राहत की बात ये है कि इस बारिश से दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर भी कुछ दिन के लिए लगाम लगेगी. इससे पहले दिल्ली में प्रदूषण इतना बढ़ा कि AQI 350 के पार पहुंच गया और ग्रैप-3 की पाबंदियां लागू कर दी गई थी. हालांकि अब एक्यूआई में सुधार होने पर ग्रैप-3 को हटा लिया गया है.
दिल्ली के मौसम का हाल
दिल्ली एनसीआर में तड़के तक कई हिस्सों में हल्की बारिश रिकार्ड की गई. दिल्ली में लोधी रोड, राजौरी गार्डन, इंदिरा गांधी एयरपोर्ट, वसंत कुंज समेत कई हिस्सों में हल्की बारिश हुई. मंगलवार की रात को भी हल्की बारिश कई हिस्सों में होने का अनुमान है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक बारिश की वजह से तापमान में गिरावट हुई है. मंगलवार के दिन दिल्ली का अधिकतम तापमान 20 वहीं न्यूनतम 11 रहेगा. वहीं नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम का अधिकतम तापमान 22 और न्यूनतम 12 तक रहेगा. वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से सिर्फ रात को बारिश का असर रहेगा. इसके बाद 5 फरवरी से लेकर 9 फरवरी तक बादलों की आवाजाही के साथ मौसम साफ रहेगा.
2019 के बाद से दिल्ली में सबसे गर्म जनवरी
इस महीने का औसत अधिकतम तापमान 21.1 डिग्री सेल्सियस रहा, जो औसत LPA 20.1 डिग्री सेल्सियस से एक डिग्री अधिक था, जिससे 2019 के बाद से दिल्ली की सबसे गर्म जनवरी दर्ज की गई. IMD के आंकड़ों के अनुसार, रात का तापमान भी सामान्य से अधिक ही रहा. जनवरी महीने का औसत न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री सेल्सियस रहा, जो LPA 7.5 डिग्री सेल्सियस से एक डिग्री अधिक है और 2017 के बाद से सबसे अधिक है. 2017 में यह 8.7 डिग्री सेल्सियस था. मौसम विज्ञानियों ने जनवरी माह के सामान्य से अधिक गर्म होने का कारण मजबूत पश्चिमी विक्षोभ को बताया, जो आमतौर पर बारिश लेकर लाता है और तापमान को कम करता है.
दिल्ली में ग्रैप-3 की पाबंदियां हटी
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की वजह से ग्रैप-3 की पाबंदियां लागू कर दी गई थी. लेकिन एक्यूआई में सुधार आने पर ग्रैप-3 की पाबंदियां हटा दी गई. ग्रैप के तीसरे चरण में गैर-ज़रूरी निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध लगाया जाता है. इसके तहत 5वीं क्लास तक की क्लास को ‘हाइब्रिड मोड' में चलानी होती है. माता-पिता और छात्रों को ऑनलाइन क्लास चुनने का विकल्प होता है. चरण तीन के तहत, दिल्ली और आसपास के एनसीआर जिलों में बीएस-तीन पेट्रोल और बीएस-चार डीजल कारों का उपयोग प्रतिबंधित होता है.