अस्पताल का निरीक्षण करते डीएम पौड़ी आशीष चौहान
श्रीनगर गढ़वाल: जिलाधिकारी पौड़ी, डॉ. आशीष चौहान, अपने अनोखे कार्यशैली के लिए पहचाने जाते हैं. कभी रात में अचानक लोगों के बीच पहुंचकर चौपाल लगाना, तो कभी सरकारी दफ्तरों का औचक निरीक्षण करना. हाल ही में डीएम चौहान ने देर रात थलीसैंण के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) का औचक निरीक्षण किया, जहां अस्पताल खुला तो मिला, लेकिन वहां कोई कर्मचारी मौजूद नहीं था. अस्पताल की स्थिति देखकर डीएम के सामने स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खुल गई.
अस्पताल खुला, लेकिन कोई कर्मचारी नहीं
जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने लोकल 18 से खास बातचीत में बताया कि जब वह निरीक्षण के लिए थलीसैंण सीएचसी के मुख्य द्वार पर पहुंचे, तो सभी वार्ड और चिकित्साधिकारी कक्ष बंद मिले. अस्पताल में इस्तेमाल किए गए इंजेक्शन और मेडिकल वेस्ट कूड़ेदान में बेतरतीब ढंग से फेंके हुए थे. अस्पताल के कर्मचारियों ने सभी उपकरण और ओपीडी पंजीका खुली छोड़ दी थी. 108 एम्बुलेंस गेट के पास खड़ी थी, लेकिन उसका चालक और अन्य कर्मचारी गायब थे.
स्टाफ की कमी
डीएम ने इसे गंभीर लापरवाही करार देते हुए कहा कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में अस्पताल में कोई भी चिकित्सा कर्मी उपलब्ध नहीं था, जो एक बड़ी चूक है. अस्पताल में सुरक्षा कर्मी और अन्य आवश्यक स्टाफ की भी कमी पाई गई, जिससे महत्त्वपूर्ण उपकरण, दवाएं और दस्तावेज चोरी होने का खतरा था.
सीएमओ से मांगा स्पष्टीकरण
डीएम चौहान ने थलीसैंण अस्पताल में मिली लापरवाहियों को गंभीरता से लेते हुए सीएमओ पौड़ी को तलब किया और इस स्थिति पर स्पष्टीकरण मांगा है. उन्होंने कहा कि चिकित्सा सेवाओं में लापरवाही बरतने वालों पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. साथ ही, भविष्य में अगर जिले के किसी अन्य अस्पताल में भी ऐसी लापरवाही पाई जाती है, तो संबंधित अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे.
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FIRST PUBLISHED :
October 2, 2024, 17:47 IST