नींबू की कुंभकाट प्रजाति
फर्रुखाबाद: यूपी के फर्रुखाबाद जिले के एक किसान ने मात्र 10 पौधे उगाकर एक फसल की शुरूआत की. आज वह 2 बीघा में 100 पौधे लगाकर लाखों रुपए की कमाई कर रहे हैं. वह बताते हैं कि मात्र 50 रुपए मूल्य का प्रत्येक पेड़ आता है. इस पेड़ में 6 माह में 4 कुंतल फसल तैयार होती है. ऐसे समय पर इन पौधों में कोई अतिरिक्त लागत भी नहीं लगानी पड़ती है. एक बार पेड़ लगाने पर समय से सिंचाई से फसल में लगातार उत्पादन होता रहती है.
किसान ने फसल को लेकर बताया
वहीं, फर्रुखाबाद के हाजीपुर गांव निवासी पंकज गंगवार ने लोकल18 से बताया कि वह दूसरी फसलों में नुकसान होने के चलते अपने खेतों में ऐसी फसल करना चाहते थे, जिससे कि कम समय में ही लाखों रुपए की कमाई हो सके. ऐसे समय पर उन्हें नींबू की खेती ही अच्छी लगी. क्योंकि इसमें बिना कोई लागत और अधिक समय दिए अच्छी कमाई हो जाती है.
किसान ने बताया कि जब से उन्होंने नींबू की खेती करना शुरू किया, तभी से लगातार इसका उत्पादन बढ़ता जा रहा है. इसके कारण खेत में ही लोग नींबू की खरीद करते हैं. दूसरी ओर जब ऑर्डर आने लगते हैं, तो यह आसपास के क्षेत्र की मंडियों में नींबू लेकर जाते हैं. जहां पर हाथों हाथ इसकी बिक्री हो जाती है.
यहां से खरीदे उन्नत नर्सरी
नींबू की फसल में फायदा होने के चलते अब इन्होंने इसकी नर्सरी बिक्री करना भी शुरू कर दिया है. जिसके कारण जिले के साथ-साथ आसपास के क्षेत्र से भी लोग पहुंचकर यहां से उन्नतशील कुंभकाट किस्म की नींबू की नर्सरी खरीद कर अपने यहां पर इन पौधों को उगाकर मालामाल हो रहे हैं.
ऐसे होती हैं नींबू की खेती
इस प्रकार नींबू की खेती किसानों के लिए बेहद फायदेमंद है. ऐसे समय पर किसान इस विधि से अगर नींबू की खेती करें, तो वह यकीनन लाभ कमा सकते हैं. अगर आप एक बीघा में भी इसकी शुरुआत करते हैं, तो 300 से लेकर 400 पेड़ तक अपने खेतों में लगा सकते हैं.
6 माह ही फल देने लगते हैं पेड़
वहीं, पौधे लगाने के दौरान उनकी जड़ों में गोबर से तैयार खाद का प्रयोग कर सकते हैं. साथ ही प्रत्येक पौधा लगाने के दौरान बीच की दूरी 5 मीटर की रखनी चाहिए. जिस भूमि पर नींबू की फसल करें, तो उसका सही से समतलीकरण करना चाहिए. शुरुआत के 6 महीने में ही नींबू फसल देने लगती है. इसके बाद 2 साल में यह पूर्ण पौधा बनकर नींबू उत्पादन शुरू कर देती है.
इस माह में लगाएं पौधे
वहीं, गर्मियों के मौसम में इसमें प्रचुर मात्रा में बंपर नींबू का उत्पादन होता है, इसमें लगे हुए फल जब पीले होने लगते हैं, तो इनका रस बढ़ जाता है. जिसके कारण इन्हें तोड़कर मंडी में बिक्री किया जाता है. साथ ही नींबू की रोपाई करने के लिए दिसंबर, फरवरी, जून, सितंबर उचित माना जाता है.
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FIRST PUBLISHED :
October 7, 2024, 09:42 IST