Last Updated:February 04, 2025, 20:03 IST
PM Modi Speech: पीएम नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में अपनी स्पीच के दौरान JFK's Forgotten Crisis किताब का जिक्र किया, जिसमें अमेरिका की विदेश नीति के साथ ही कई अहम मामलों पर जानकारी दी गई है. पीएम मोदी ने इस किताब के...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- पीएम मोदी ने सांसदों को JFK's Forgotten Crisis पढ़ने की सलाह दी.
- किताब में नेहरू और JFK के बीच चर्चाओं का वर्णन है.
- पीएम मोदी ने नेहरू पर देश की सुरक्षा के साथ खेल खेलने का आरोप लगाया.
नई दिल्ली. लोकसभा सांसदों को उस वक्त एक नई किताब पढ़ने की सलाह मिली जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उन्हें JFK’s Forgotten Crisis पढ़ने की सिफारिश की. यह किताब अमेरिकी विदेश नीति के एक्सपर्ट ब्रूस राइडल द्वारा लिखी गई है और जॉन एफ केनेडी के राष्ट्रपति काल के दौरान राजनीतिक और कूटनीतिक संकटों पर आधारित है. यह सुझाव तब आया जब पीएम मोदी ने अपनी सरकार की चीन सीमा विवाद को संभालने की आलोचना करने वालों पर तंज कसा.
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का जिक्र किया, जो अक्सर बीजेपी के निशाने पर रहते हैं. यह टिप्पणी कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा सोमवार को और समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव की तरफ से मंगलवार सुबह उठाए गए सवालों के बाद आई. प्रधानमंत्री ने कहा कि यह किताब बताती है कि नेहरू ने देश की सुरक्षा के साथ “क्या खेल” खेले थे.
पीएम मोदी ने कहा, “राष्ट्रपति जी के भाषण की चर्चा के समय यहां विदेश नीति की भी चर्चा हुई. कुछ लोगों को लगता है कि जब तक विदेश नीति पर नहीं बोलते तब तक वो मेच्योर नहीं लगते. उनको लगता है कि विदेश नीति पर तो बोलना चाहिए, भले ही देश का नुकसान हो जाए. मैं ऐसे लोगों को कहना चाहता हूं कि अगर उन्हें सच में विदेश नीति में रुचि है और विदेश नीति को समझना है और आगे जाकर कुछ करना भी है.”
उन्होंने आगे कहा, “तो मैं ऐसे लोगों को कहूंगा कि एक किताब जरूर पढ़ें. किताब का नाम है- JFK’S FORGOTTEN CRISIS. इस किताब में भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरू और अमेरिका के तब के राष्ट्रपति John F. Kennedy के बीच हुई चर्चाओं और निर्णयों का भी वर्णन है. जब देश ढेर सारी चुनौतियों का सामना कर रहा था, तब विदेश नीति के नाम पर क्या खेल हो रहा था इस किताब के माध्यम से सामने आ रहा है.”
पीएम मोदी ने कहा, “यह किताब एक विदेशी नीति विशेषज्ञ द्वारा लिखी गई है और इसमें भारत के पहले प्रधानमंत्री का जिक्र है, जो विदेश मामलों का पोर्टफोलियो भी संभालते थे. इसमें उनकी JFK के साथ बातचीत का उल्लेख है जब देश संकट की स्थिति का सामना कर रहा था… किताब में बताया गया है कि विदेशी नीति के नाम पर क्या खेल खेले गए…”
दरअसल, राहुल गांधी ने सोमवार को सरकार से सवाल किया था कि भारत ने चीन को 4,000 वर्ग किलोमीटर से अधिक का क्षेत्र कैसे सौंप दिया. कांग्रेस नेता ने सदन में कहा था, “प्रधानमंत्री ने इसे नकारा लेकिन सेना ने उनका खंडन किया… चीन हमारे 4,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर बैठा है…”. राहुल के इस बयान का तुरंत विरोध हुआ और अगले दिन मंगलवार तो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसका कड़ा खंडन किया.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
February 04, 2025, 20:01 IST