पाली. पाली शहर या फिर आस-पास गांव में रहने वाले लोगो को अपने पशुओं के बीमार होने के बाद उनको लेकर चिकित्सकों के पास दौडना पडता था मगर अब आपको घबराने की जरूरत नही है. अगर आपके पशु किसी कारण बीमार पड जाते है तो एक कॉल पर चिकित्सक खुद दौड़कर आपके पास आ जाएंगे. भारत सरकार ने पशुपालकों की परेशानियों को समझते हुए पशुओं को तुरंत प्रभाव से इलाज मिल सके उसको लेकर मोबाइल वैन की शुरूआत की है जिससे उनतक तुरंत प्रभाव से अब एक कॉल पर पशुओं के इलाज की व्यवस्था वहीं पर की जाएगी. पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. मनोज पंवार की मानें तो पाली जिले में 20 मोबाइल यूनिट कार्य करेगी. यह पशु पालकों के लिए अब काफी बडी खुशखबरी की बात है.
इस नम्बर पर करना होगा कॉल
एक कॉल करते ही चल चिकित्सा इकाई की ओर से उसे सुविधा दी जाएगी. इस 1962 चल पशु चिकित्सा इकाई कॉल सेंटर का उद्घाटन जिला कलक्टर कार्यालय में विधायक भीमराज भाटी व कलक्टर ने किया. अब इसमें मवेशियों का घर पर ही उपचार हो सकेगा. इस सुविधा के तहत जयपुर स्थित कॉल सेंटर में फोन करने पर पशुपालक के पास चल चिकित्सा वेन भेज दी जाएगी.
पशु चिकित्सा सेवाओं में सुधार लाना उद्देश्य
पशुओं के इलाज को लेकर सरकार गंभीर है. उसी के चलते भारत सरकार की ओर से पशुपालकों के द्वार पर पशु चिकित्सा सेवाओं की पहुंचाने के लिए एक लाख पशुधन पर एक यूनिट चल चिकित्सा वैन दी गई. राज्य में 536 मोबाइल पशु चिकित्सा वाहन लिए गए है. योजना का उद्देश्य पशु चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाना है. पशुपालक को गांव में ही चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना है. ताकि उनको अपने पशुओं को यहां वहां लेकर भटकना नही पडे.
बिना अवकाश के काम करेगा यह कॉल सेंटर
कॉल सेंटर का संचालन प्रतिदिन (बिना किसी अवकाश के) सुबह 8:30 से अपराह्न 4:30 बजे तक किया जाएगा. वहीं मोबाइल पशु चिकित्सा यूनिट बिना किसी अवकाश के रोजाना सुबह 9 से शाम 5 बजे तक चलेगी. हर यूनिट में एक पशु चिकित्सक, एक पेरावेट तथा एक ड्राइवर कम हेल्पर मौजूद रहेगा. ताकि पशुओं के इलाज के दौरान सभी सुविधाएं वहीं मिल सके.
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FIRST PUBLISHED :
October 11, 2024, 19:42 IST