नई दिल्ली. ऑस्ट्रेलिया के साथ भारत के क्रिकेट सफर की शुरुआत आजादी के बाद शुरू होता है. पहली सीरीज 1947 में खेली गई, जिसमें आजाद भारत 4 मैच हार गया. भारत से पहली सीरीज जीतने वाले ऑस्ट्रेलिया का अगले 53 साल तक दबदबा रहता है. टेस्ट क्रिकेट के इस सफर में साल 2001 में एक दिन ऐसा आता है जो पूरे इतिहास को पलट देता है. जैसे सब कुछ बदल जाता है. तब से ऑस्ट्रेलिया पर भारत का दबदबा साफ देखा जा सकता है. आइए जानते हैं कि वह कौन सी तारीख थी, जिसने भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज का इतिहास ही बदल डाला.
जब द्रविड़-लक्ष्मण ने लंगर डाला
14 मार्च 2001. यह वही दिन था, जब भारत कोलकाता टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फॉलोऑन खेल रहा था. मैच के पहले तीन दिन ऑस्ट्रेलिया के नाम रहे थे. चौथे दिन भारत हार टालने के लिए संघर्ष कर रहा था. दिन की शुरुआत हुई 4 विकेट पर 254 रन से. वीवीएस लक्ष्मण 109 रन से आगे खेलना शुरू करते हैं तो राहुल द्रविड़ 7 रन से. दोनों दिन भर खेलते हैं. जिस ऑस्ट्रेलियन अटैक के सामने घंटे भर टिकना मुश्किल हुआ करता था, उसके सामने लक्ष्मण और द्रविड़ लंगर डाल देते हैं. दोनों दिनभर आउट ही नहीं होते. पूरे 90 ओवर बैटिंग करते हैं और भारत का स्कोर 4 विकेट पर 589 रन पहुंचा देते हैं. भारत ड्राइविंग सीट पर आ चुका होता है. कमाल की बात है कि एक वो दिन था और एक यह. भारत ने तब से अब तक ड्राइविंग सीट पर अपना कब्जा कायम रखा है.
पहले 58 में से सिर्फ 11 टेस्ट जीता था भारत
भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट इतिहास में 28 नवंबर 1947 से 13 मार्च 2001 तक की तारीख कंगारुओं के दबदबे से भरी पड़ी है. इस दौरान दोनों देशों के बीच 58 टेस्ट खेले गए थे. इनमें से ऑस्ट्रेलिया ने 29 और भारत ने 11 मैच जीते था. एक टाई था और 17 ड्रॉ. साधारण गणित समझने वाले भी अंदाजा लगा सकते हैं कि भारत जब औसतन 2 टेस्ट जीतता तब तक ऑस्ट्रेलिया 5 जीत लेता था. यानी ऑस्ट्रेलिया का विनिंग एवरेज भारत से तकरीबन ढाई गुना था.
फिर 49 में से 21 जीत लिए…
फिर भारत 15 मार्च को ऑस्ट्रेलिया को कोलकाता टेस्ट में 171 रन से हराता है. यह भारत की ऑस्ट्रेलिया पर 12वीं जीत थी. इसके बाद तो जैसे सारा इतिहास ही पलट गया. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बाद कोलकाता टेस्ट (2021) से अब तक 49 मैच हुए हैं.. इनमें से 21 भारत और 16 ऑस्ट्रेलिया ने जीते हैं. 12 मैच ड्रॉ रहे. आप देख सकते हैं- समय का पहिया बदल चुका है. भारत अब ज्यादा मैच जीतता है.
2001 से आज तक बैकफुट पर खड़ा है ऑस्ट्रेलिया
कभी ऑस्ट्रेलिया जाने पर भारतीय खिलाड़ियों में घबराहट होती थी. अब ऑस्ट्रेलिया में घबराहट है कि वह भारत से घर में कहीं लगातार तीसरी टेस्ट सीरीज ना हार जाए. भारत ने 2018-19 और 2020-21 में ऑस्ट्रेलिया को घर में घुसकर हराया है. ओवरऑल रिकॉर्ड में भले ही ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारी दिखता हो. उसने भले ही 107 में से 45 टेस्ट जीते हों और भारत के खाते में 32 जीत दर्जा हैं. लेकिन यह सिक्के का अधूरा पहलू है. तस्वीर तब साफ होती है जब आप इसके दोनों पहलू देंखें. देखें कि कैसे लक्ष्मण और द्रविड़ की 376 रन की पार्टनरिशप के बाद ऑस्ट्रेलिया आज भी बैकफुट पर खड़ा है.
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FIRST PUBLISHED :
November 21, 2024, 06:23 IST