Last Updated:January 19, 2025, 21:53 IST
Bilaspur News : किरण ने अपने छोटे से सफर की शुरुआत ठेले पर समोसा, बड़ा और भजिया बेचने से की. शुरुआत में यह काम मुश्किल था, लेकिन उनकी मेहनत और स्वाद ने लोगों का दिल जीत लिया. रोज सुबह किरण अपने परिवार के साथ नाश्ते...और पढ़ें
किरण मधुकर ने पांचवी तक की पढ़ाई, अब हर महीने कमा रहे 35 हजार.
बिलासपुर जिले के धुर्वाकारी गांव के निवासी किरण मधुकर की कहानी संघर्ष, मेहनत और आत्मविश्वास की मिसाल है. आर्थिक स्थिति इतनी खराब थी कि वह केवल पांचवीं कक्षा तक ही पढ़ाई कर सके. इसके बाद परिवार की जिम्मेदारी निभाने के लिए उन्हें दूसरों के घर पर काम करना पड़ा. हालांकि, मन में कुछ बड़ा करने की चाह ने उन्हें स्वरोजगार शुरू करने की प्रेरणा दी.
ठेले से शुरू किया सफर
किरण ने अपने छोटे से सफर की शुरुआत ठेले पर समोसा, बड़ा और भजिया बेचने से की. शुरुआत में यह काम मुश्किल था, लेकिन उनकी मेहनत और स्वाद ने लोगों का दिल जीत लिया. रोज सुबह किरण अपने परिवार के साथ नाश्ते की तैयारी करते हैं. इसके बाद वह अपने गांव के नहर किनारे ठेला लगाते हैं. गरमा-गरम नाश्ते की खुशबू और स्वाद लोगों को उनकी ओर खींच लाती है.
30,000 रुपये से ज्यादा की मासिक कमाई
किरण मधुकर का यह छोटा सा व्यवसाय अब उनके जीवन का सबसे बड़ा सहारा बन चुका है. उनके ठेले पर हर दिन बड़ी संख्या में ग्राहक आते हैं. समोसा, आलू भजिया, बड़ा, अंडा भजिया और अन्य नाश्ते बेचकर वह हर महीने 30,000 से 35,000 रुपये तक कमा लेते हैं. यह कमाई उनके परिवार की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने में मददगार साबित हो रही है.
परिवार ने दिया साथ
इस सफर में किरण अकेले नहीं हैं. उनके परिवार के सदस्य भी काम में उनका हाथ बंटाते हैं. यह सामूहिक प्रयास उनके व्यवसाय को लगातार सफल बना रहा है. किरण मधुकर ने दिखा दिया कि शिक्षा की कमी या आर्थिक तंगी सफलता की राह में बाधा नहीं बन सकती. उनकी मेहनत और लगन ने न केवल उनके जीवन को बदल दिया बल्कि गांव के अन्य लोगों के लिए प्रेरणा भी बन गए.
Location :
Bilaspur,Chhattisgarh
First Published :
January 19, 2025, 21:53 IST
पांचवी तक की पढ़ाई, अब हर महीने कमा रहे 35 हजार, किरण मधुकर की मेहनत ने बदल दी जिंदगी