पाली: राजस्थान के पाली जिले में किसानों की चिंता बढ़ गई है, क्योंकि हालिया अतिवृष्टि के कारण उनकी फसलें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं. अगस्त के पहले सप्ताह में हुई बारिश और जलभराव से जिले में खरीफ की फसलें बर्बाद हो गई हैं. रोहट, मारवाड़ जंक्शन और सोजत ब्लॉक के दर्जनों गांवों में तिलहन और दलहन की फसलें सबसे ज्यादा प्रभावित हुई हैं.
विशेष रूप से रोहट क्षेत्र में मूंग और बाजरा जैसी फसलों में 90% तक नुकसान हुआ है. किसान परसरराम ने बताया कि खेतों में लगातार पानी भरे रहने से मूंग की फसल काली पड़कर सड़ गई, जबकि बाजरा सही ऊंचाई नहीं ले पाया. अब किसानों की चिंता यह है कि उनका मुआवजा कब मिलेगा.
फसल खराबे का आकलन
कृषि विभाग के अनुसार, रोहट क्षेत्र के 52,721 खसरों में से 11,908 खसरों की गिरदावरी 11 सितंबर तक हो चुकी है. विभाग का कहना है कि दो दर्जन से अधिक गांवों में 90% से ज्यादा फसलें खराब हो चुकी हैं. रोहट के 33 पटवार मंडलों में से 21 मंडलों में 60% से अधिक फसल खराब हो गई है.
अतिवृष्टि का प्रभाव
जिले में अब तक 784 मिमी बारिश हो चुकी है, जो औसत 510.8 मिमी से 273.2 मिमी अधिक है. इस वर्ष 4 लाख 4 हजार हेक्टेयर भूमि पर खरीफ की फसल बुवाई का टारगेट था, जिसमें से 3 लाख 88 हजार 940 हेक्टेयर भूमि पर बुवाई की गई. रोहट क्षेत्र में ज्वार, बाजरा, तिल, मूंग, ग्वार जैसी फसलों की बुवाई 83 हजार 547 हेक्टेयर भूमि पर की गई, जिसमें से 41,746 हेक्टेयर भूमि पर फसल खराब हुई है.
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FIRST PUBLISHED :
September 23, 2024, 16:28 IST