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पैदल चलने का गोल्डन फॉर्मूला है 6-6-6, इस रूल से करेंगे वॉक तो मिलेगा मैक्सिमम फायदा, जानें क्या है यह
6-6-6 Walking Best Rule: पैदल चलना हमारी सेहत के लिए वरदान है लेकिन पैदल चलने का सही तरीका जानना बहुत जरूरी है. कई स्टडीज में यह साबित हो चुका है कि पैदल चलने से हार्ट की हेल्थ बहुत अच्छी रहती है और स्ट्रेस कम होता है. पैदल चलने से मूड भी खुश रहता है. पैदल चलने से शरीर का पूरा सिस्टम फिट और चुस्त-दुरुस्त रहता है. आजकल पैदल चलने के लिए 6-6-6 का रूल सबसे बेहतरीन माना जाता है. एक्सपर्ट का दावा है कि 6-6-6 के रूल के हिसाब से पैदल चलने से सेहत को सबसे अधिक फायदा होता है. आइए जानते हैं कि 6-6-6 का रूल क्या है.
क्या है 6-6-6 का रूल
6-6-6 का रूल बहुत ही सिंपल है. इसका मतलब है कि आपको सुबह 6 बजे या शाम को 6 मिनट के लिए पहले वार्म अप करना चाहिए और उसके बाद वॉक करना चाहिए और आखिर में 6 मिनट स्ट्रैचिंग करना चाहिए ताकि शरीर आपका कुल हो जाए और पहले वाली स्थिति में आ जाए. स्टडीज में कहा गया है कि सुबह 6 बजे वॉक करना का सबसे अधिक फायदा है. हालांकि ज्यादा पॉल्यूशन या ज्यादा सर्दी में सुबह 6 बजे वॉक नहीं करना चाहिए. अध्ययन में पाया गया है कि सुब 6 बजे वॉक करने से हार्ट डिजीज का खतरा 35 प्रतिशत तक कम हो जाता है. इस समय हवा साफ रहती है. इस समय मेटाबोलिज्म भी तेज रहता है. इसलिए शरीर में एनर्जी का लेवल भी ठीक रहता है. सबसे बड़ी बात यह है कि सुबह के समय 6 बजे से कोई काम भी नहीं रहता. आप आसानी से अगर सुबह 6 बजे उठ जाते हैं तो एक घंटा छोड़कर 7 बजे के बाद आप सब कुछ कर सकते हैं. अगर आपके पास सुबह 6 बजे का समय नहीं मिलता तो शाम 6 बजे भी वॉक कर सकते हैं. काम के बाद यदि आप शाम 6 बजे वॉक करते हैं तो इससे आपका मूड बेहतर बनेगा और शरीर को बेइंतहा फायदा होगा.
वॉक करने का सही तरीका और समय
रिसर्च में कहा गया है कि कम से कम आपको 30 मिनट तक वॉक करना चाहिए. यदि आप बेहतर रिजल्ट चाहते हैं तो एक घंटे का वॉक फायदेमंद रहेगा. एक घंटे के वॉक से शरीर की अतिरिक्त चर्बी कुछ महीनों में निकल जाएगी. मेटोबोलिज्म बूस्ट रहेगा जिससे वजन नहीं बढ़ेगा और शरीर में एनर्जी का लेवल बढ़ा रहेगा. इससे हार्ट संबंधी कई तरह की बीमारियों के जोखिम से बचे रहेंगे. ब्रिटिश जर्नल ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसीन के मुताबिक 30 से 60 मिनट की वॉकिंग से लंग का फंक्शन और स्टेमिना बूस्ट होगा और कई बीमारियों का जोखिम कम होगा. इससे फिजिकल फिटनेस बढ़ेगी. ध्यान रहें जब आप वॉक करते हैं इसकी गति 6 किलोमीटर प्रति घंटे से कम न हो, कम स्पीड चलेंगे तो इसका कोई फायदा नहीं है. आपके चलने से पसीना निकलना चाहिए. वहीं शुरुआत में 6 मिनट का वार्म अप और लास्ट में 6 मिनट का कुल डाउन स्ट्रैचिंग भी बहुत जरूरी है. यह भी ध्यान रखें कि दो-चार दिन इस नियम का पालन करने से कुछ नहीं होगा. इसे लगातार अपनाना होगा.
Tags: Health, Health tips, Lifestyle
FIRST PUBLISHED :
November 19, 2024, 17:53 IST