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समस्तीपुर. प्याज की डिमांड सालोभर रहती है. इसकी खेती से किसान तगड़ी कमाई कर सकते हैं. अगर आप भी प्याज की खेती करने की सोच रहे हैं, तो नवंबर का महीना बेहद लाभकारी साबित हो सकती है. इस समय प्याज की बुवाई के लिए मौसम उपयुक्त है. कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार, किसान आर्का लालिमा, आर्का पीतांबर और बिंदु किस्म के प्याज की बुवाई कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.
प्याज की इन किस्मों की खेती करने पर बेहतर उपज के साथ बाजार में अच्छी कीमत मिल जाती है. इन किस्मों के उपयोग करने से किसान ना केवल अपनी आय बढ़ा सकते हैं, बल्कि इस समय बाजार में अपनी उपज को उच्चतम कीमत पर बेच सकते हैं. इसलिए, अगर प्याज की खेती में कदम रखना चाहते हैं तो इन किस्मों को चयन किसानों के लिए फायदे का सौदा साबित हो सकता है.
प्याज के इन किस्मों की कर सकते हैं खेती
डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के हॉर्टिकल्चर डिपार्मेंट इंचार्ज सह वरीय वैज्ञानिक डॉ. उदित कुमार ने प्याज की खेती में वैज्ञानिक तकनीकों के उपयोग और उच्च गुणवत्ता वाले बीज के चयन के बारे में जानकारी साझा किया. उन्होंने बताया कि किसान अगर पूसा माधवी, पूसा रिद्धि, अक्रा लालिमा, अक्रा पीतांबर, अक्रा बिंदु जैसे बीज का चयन करते हैं, तो उन्हें बेहतर उत्पादन मिल सकता है. इसके अलावा, भीमा राज, भीमा किरण, और भीमा कैटर्स जैसी किस्में भी उपयोगी हो सकती हैं. डॉ. कुमार ने बताया कि किसान प्याज की खेती के लिए नर्सरी में बिचड़ा तैयार कर सकते हैं.
एक हेक्टेयर में 8 किलो बीज की पड़ेगी जरूरत
किसान एक हेक्टेयर में बुवाई के लिए नर्सरी में प्याज का पौधा करना चाहते हैं तो उन्हें 8 किलो बीज उपयोग करना होगा. यानी कि एक हेक्टेयर में प्याज की खेती के लिए 8 किलो बीज की जरूरत पड़ेगी. इसके अलावा प्रति हेक्टेयर 20 से 25 टन गोबर की खाद डालना चाहिए. वहीं रासायनिक उर्वरकों में 100 से 120 किलोग्राम नाइट्रोजन, 40 से 60 किलोग्राम फास्फोरस और 60 से 80 किलो पोटाश का उपयोग कर सकते हैं. इसके अलावा 30 से 40 ग्राम सल्फर का भी प्रयोग किसानों को करना चाहिए. सही तकनीक और उन्नत बीज का चयन कर किसान प्याज की खेती से अच्छे लाभ की उम्मीद कर सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED :
November 24, 2024, 12:36 IST