कुरुक्षेत्र. हरियाणा के सभी मंडी धान से लबालब भरी हुई पड़ी है . किसान पिछले 10 से 15 दिनों से अपनी धान की फसल मंडी में लेकर आए हुए हैं लेकिन उसको खरीदने वाला कोई नहीं मिल रहा. किसानों के इस परेशानी के चलते बुधवार के दिन किसानों ने थानेसर नई अनाज मंडी से बाहर निकलकर मल्टी आर्ट चौक पर जाम लगा दिया है जिसमें किसानों का साफ तौर पर कहना है कि उनकी फसल को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर ना खरीद कर कम मूल्य पर खरीदा जा रहा है जिसके चलते उनका नुकसान हो रहा है.
किसान सत्यवान ने कहा कि वह पिछले कई दिनों से अनाज मंडी में अपनी फसल की निगरानी के लिए बैठे हुए हैं पहले तो उनकी फसल की खरीद नहीं की जा रही थी लेकिन अब उनकी फसल की खरीद की जा रही है तो उनका पूरा मूल्य नहीं दिया जा रहा. जिसके चलते किसानों में काफी रोष है. उन्होंने कहा कि राइस मिलर कमीशन एजेंट की मिली भगत से ही उनका पूरा मूल्य नहीं मिल रहा है जिसके चलते उन्होंने रोड जाम किया है.
अनाज मंडी में किसान बदहाली के आंसू रो रहा
किसान मनजीत सिंह का कहना है कि किसान इस बार उचित मूल्य न मिलने के चलते घाटे में जा रहा है सरकार कहती थी कि एक-एक दाना न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा लेकिन अनाज मंडी में किसान बदहाली के आंसू रो रहा है. और उनकी सुनने वाला कोई नहीं है उनको जाम लगाए हुए काफी समय हो गया लेकिन कोई भी प्रशासनिक अधिकारी उनकी बात सुनने के लिए मौके पर नहीं पहुंचा है.
किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य नहीं मिला
किसान गुरनाम सिंह का कहना है कि पिछले कई दिनों के बाद कल धान की सरकारी खरीद शुरू हुई थी और यह कहा गया था कि अगर किसी में 17% से नमी कम है तो उसकी फसल 2200 रुपए प्रति कुंतल के हिसाब से खरीदी जाएगी लेकिन आज खरीद करने वाली एजेंसी का रही है कि 1700 से 1800 रुपए प्रति क्विंटल ही खरीद की जाएगी. उन्होंने कहा कि सरकार के बनते ही किसानों के लिए प्रशासन और सरकार का रुख सही नहीं है जिसके चलते किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य नहीं मिला है और उनको मजबूरन केडीबी रोड मल्टी आर्ट कल्चर चौक को जाम करना पड़ा है ताकि उनकी आवाज सरकार और प्रशासन के कानों तक पहुंच सके.
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FIRST PUBLISHED :
October 9, 2024, 20:40 IST