हाइलाइट्स
प्रयागराज की फूलपुर सीट के लिए हुए उपचुनाव में वटों की गिनती शनिवार को सुबह 8बजे से 32 राउंड में काउंटिंग शुरू होगी और 2 बजे तक नतीजे की उम्मीद फूलपुर सीट पर काम मतदान की वजह से राजनीतिक जानकार भी असमंजस में है
प्रयागराज. यूपी की नौ विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव की मतगणना शनिवार 23 नवंबर को होगी. प्रयागराज की फूलपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में 20 नवंबर को वोट डाले गए थे. फूलपुर विधानसभा सीट की मतगणना मुंडेरा मंडी में की जाएगी. मुंडेरा मंडी में मतगणना की सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई है. मतगणना में कुल 103 कार्मिकों की ड्यूटी लगाई गई है. 32 राउंड में होने वाली मतगणना के लिए टेबलों को लगाने का काम भी पूरा कर लिया गया है. मतगणना सुबह 8:00 बजे से शुरू होगी. जिसके बाद नतीजे दोपहर 2:00 बजे तक आने की उम्मीद है.
मतगणना के लिए मुंडेरा मंडी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था में ईवीएम मशीनों को स्ट्रांग रूम में रखा गया है. मतगणना के लिए मजिस्ट्रेट की ड्यूटी लगाई गई है. मतगणना स्थल के अंदर मोबाइल या इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस ले जाने पर पाबंदी लगाई गई है. स्ट्रांग रूम की ओर का हिस्सा पूरी तरह से सील कर दिया गया है. मतगणना स्थल पर जिन व्यक्तियों को पास जारी किए गए हैं उन्हें ही शनिवार सुबह प्रवेश दिया जाएगा.
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मुख्य मुकाबला बीजेपी और सपा के बीच
गौरतलब है कि फूलपुर विधानसभा सीट पर कुल 12 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है. 20 नवंबर को हुए मतदान में 43.44 फ़ीसदी लोगों ने ही अपने मताधिकार का प्रयोग किया. इस सीट पर मुख्य मुकाबला बीजेपी प्रत्याशी दीपक पटेल और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी मोहम्मद मुजतबा सिद्दीकी के बीच माना जा रहा है. हालांकि इस सीट पर जिस तरह से मतदान का प्रतिशत कम रहा है, उसको लेकर राजनीति के जानकार भी असमंजस की स्थिति में हैं कि जीत किसकी होगी. राजनीतिक विश्लेषकों का भी मानना है कि फूलपुर विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी मोहम्मद मुजतबा सिद्दीकी और भाजपा प्रत्याशी दीपक पटेल के बीच सीधा और कड़ा मुकाबला है. लोगों का कहना है कि फूलपुर सीट पर जिस तरह से महज 43 फ़ीसदी वोट पड़े हैं, इससे यह कहा जा सकता है कि जीत हार का अंतर बहुत ही कम वोटों से होगा.
जातीय समीकरण पर हुआ चुनाव
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस सीट पर मुद्दे पर चुनाव नहीं हुआ है, बल्कि पूरा चुनाव जातीय समीकरण पर लड़ा गया है. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि ओबीसी की जातियों की गोलबंदी जिस दल के पक्ष में हुई होगी उस पक्ष का पलड़ा भारी रहेगा. हालांकि कुछ लोगों का मानना है कि दलित वोट ही इस सीट पर जीत हार तय करेंगे. जिस ओर दलित वोटों का झुकाव हुआ होगा उसका पलड़ा भारी रहेगा. हालांकि इस सीट पर भाजपा जहां जीत की हैट्रिक लगाने का दावा कर रही है, तो वहीं सपा की ओर से भी जीत का दावा किया जा रहा है. हालांकि मतदान के दौरान समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी ने बीजेपी पर सत्ता के दुरुपयोग और उनके वोटरों को पुलिस द्वारा लाल कार्ड देने के भी गंभीर आरोप लगाए थे. लेकिन इन आरोपों और प्रत्यारोपों के बीच कम मतदान के चलते राजनीतिक विश्लेषक भी किसी सटीक नतीजे पर नहीं पहुंच पा रहे हैं. ऐसे में 23 नवंबर को मतगणना के बाद ही तस्वीर साफ होगी की फूलपुर का अगला सरताज कौन होगा.
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FIRST PUBLISHED :
November 22, 2024, 12:16 IST