Last Updated:February 01, 2025, 23:07 IST
Rial Budget 2025: रेलवे ने एक बयान में कहा कि यात्री राजस्व लक्ष्य 13.2 प्रतिशत वृद्धि के साथ 80,000 करोड़ रुपए रखा गया है. माल राजस्व लक्ष्य 1,80,000 करोड़ रुपए पर बनाए रखा गया है, जो 2023-24 की तुलना में सात ...और पढ़ें
नई दिल्ली. 200 नई वंदे भारत ट्रेनें शुरू करने से लेकर यात्रियों के लिए सुरक्षा उपायों को बढ़ाने तक, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को बजट में रेलवे के लिए आवंटित 2.52 लाख करोड़ रुपए से रेलवे नेटवर्क और सुविधाओं को अगले स्तर पर ले जाने का वादा किया. बजट में रेलवे को क्या कुछ मिला? इस बारे में उन्होंने आईएएनएस से बातचीत की.
रेल मंत्री 2014 के बाद से 31,000 किमी से अधिक ट्रेन ट्रैक चालू करने और 41,000 किमी से अधिक रेल रूट के विद्युतीकरण की गति को आगे बढ़ाते हुए, हाई-स्पीड बुलेट ट्रेन के साथ भारतीय रेलवे को विश्वस्तरीय बनाने, सुरक्षा के लिए नई तकनीक को शामिल करने और आधुनिक स्टेशनों के निर्माण को लेकर उत्साहित दिखे.
यह बजट रेलवे के विस्तार को कैसे बढ़ावा देता है?
इस बजट में रेलवे के लिए आवंटित 2.52 लाख करोड़ रुपये नेटवर्क के विस्तार को बढ़ावा देने के साथ 2014 से हो रहे प्रौद्योगिकी समावेशन को भी बढ़ावा देंगे.
क्या 2025-26 में रेलवे के बजट के तहत ‘मेक इन इंडिया’ को बढ़ावा मिलेगा?
बजट के तहत स्वीकृत नई परियोजनाओं में 200 वंदे भारत ट्रेनों, 50 नमो भारत ट्रेनों और 100 अमृत भारत ट्रेनों का निर्माण शामिल है. इसके अलावा 1,000 नए पुल और अंडरपास बनाए जाएंगे. बजट में आज 4.60 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाएं शामिल की गई हैं. बजट में 1.16 लाख करोड़ रुपये के आवंटन के साथ सुरक्षा पर प्रमुख फोकस है. कुल मिलाकर, बजट में नेटवर्क के विस्तार और यात्रियों के लिए सुविधाएं बढ़ाने के लिए बड़े प्रावधान किए गए हैं.
नई तकनीक लाने के लिए रेलवे का दृष्टिकोण क्या है?
इस बजट ने प्रौद्योगिकी के लोकतंत्रीकरण के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को साकार करने का मार्ग प्रशस्त किया है. वह प्रौद्योगिकी को जन-जन तक पहुंचाने पर जोर देते हैं और मानते हैं कि प्रौद्योगिकी कुछ चुनिंदा लोगों तक ही सीमित नहीं रहनी चाहिए. बजट ने इस मोर्चे पर काम किया है.
बुलेट ट्रेन के अलावा रेलवे बजट के बाद कौन से तकनीकी नवाचार शुरू करने की योजना बना रहा है?
हम बुलेट ट्रेन परियोजना पर बहुत तेजी से काम कर रहे हैं और 340 किमी से अधिक लंबे मार्ग पर काम पूरा कर लिया है. यह परियोजना देश में समुद्र के नीचे सुरंग जैसी दुर्लभ तकनीक लाएगी. यह अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है और इसके अलावा भी कई छोटे-छोटे इनोवेशन और तकनीक हैं, जो रेलवे देश में ला रहा है. नदियों और स्टेशनों पर पुल बनाए जा रहे हैं, सारे काम बहुत तेज गति से चल रहे हैं.
बजट में उपलब्ध धनराशि से रेलवे के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की क्या योजना है?
बजट में रेलवे के विस्तार के लिए 2.52 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. इन फंडों का उपयोग मौजूदा लाइनों के दोहरीकरण और तिहरीकरण के लिए साथ ही नए ट्रैक बिछाने के लिए किए जाने की संभावना है. नई ट्रेनें चलाई जाएंगी, नए स्टेशन बनाए जाएंगे और सुरक्षा उपाय बढ़ाने पर काफी खर्च किया जाएगा.
क्या बजट में रेलवे के लिए कोई विशेष प्रावधान किया गया है?
वित्त मंत्री द्वारा बजट में रेलवे के लिए एक-एक दिलचस्प प्रावधान किया गया है. इसमें एयरलाइंस और जहाजों के लिए मौजूदा सुविधाओं की तर्ज पर रखरखाव, मरम्मत और संचालन (एमआरओ) की तरह देश में रेलवे के लिए भी अनुमति प्रदान की गई है. इससे दुनिया में कहीं भी भारत-आधारित रेलवे प्रणालियों, मोटरों और इंजनों की मरम्मत से संबंधित काम के माध्यम से रोजगार पैदा करने में मदद मिलेगी.
सुरक्षा संबंधी गतिविधियों पर कुल व्यय 2024-25 के संशोधित अनुमान में 1,14,062 करोड़ रुपए और 2025-26 के बजट अनुमान में 1,16,514 करोड़ रुपए है. भारतीय रेलवे सालाना लगभग 4,000 किलोमीटर जोड़कर नेटवर्क विस्तार में महत्वपूर्ण प्रगति कर रहा है. भारतीय रेलवे ने पिछले 10 वर्षों के दौरान 31,180 किलोमीटर नई पटरियां बिछाई हैं.
भारतीय रेलवे सिग्नल इंजीनियरिंग एवं दूरसंचार संस्थान के पूर्व महानिदेशक शैलेंद्र कुमार गोयल ने कहा, “वित्त वर्ष 2025-26 के लिए सिग्नलिंग और दूरसंचार कार्यों के लिए सकल बजट परिव्यय 6,800 करोड़ रुपए है. अगले पांच वर्षों में 44,000 आरकेएम (मार्ग केएम) पर ‘कवच’ सुविधा देने की भारतीय रेलवे की योजना को देखते हुए, यह राशि अपर्याप्त हैं.” उन्होंने कहा कि हाल ही में हुई रेल दुर्घटनाओं के बाद भरोसा बहाल करने के लिए महत्वपूर्ण यात्री सुरक्षा कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
February 01, 2025, 23:07 IST