Agency:News18 Rajasthan
Last Updated:February 08, 2025, 23:04 IST
Ringas Shyam Temple: रींगस के प्राचीन श्री श्याम मंदिर में वार्षिक फाल्गुनी लक्खी मेले की तैयारियां जोरों पर हैं. 75 सुरक्षा गार्ड, व्हीलचेयर, विशेष कालीन और दमकल वाहन तैनात रहेंगे. यह मंदिर 400 साल पुराना है.
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देशी और विदेशी फूलों से होगा रींगस के श्याम जी का शृंगार
हाइलाइट्स
- रींगस श्याम मंदिर में फाल्गुनी लक्खी मेले की तैयारियां जोरों पर
- कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरु और विदेशों से मंगवाए जाएंगे फूल
- भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है 400 साल पुराना रींगस श्याम मंदिर
सीकर. बाबा श्याम के भक्त रींगस से खाटूश्याम जी मंदिर तक पैदल यात्रा करते हैं और अपना निशान (झंडा) रींगस के प्राचीन श्री श्याम मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद ही उठाते हैं. लाखों भक्त खाटूश्याम जी के दरबार में जाने से पहले रींगस के प्राचीन श्री श्याम मंदिर में पूजा करते हैं. खाटूश्याम में बाबा श्याम का फाल्गुन लक्खी मेला 28 फरवरी को शुरू होगा. इसका असर रींगस के श्याम मंदिर पर भी रहेगा. ऐसे में रींगस के प्राचीन श्री श्याम मंदिर में आयोजित होने वाले वार्षिक फाल्गुनी लक्खी मेले की तैयारियां की जा रही हैं.
75 सुरक्षा गार्ड तैनात रहेंगे
रींगस के प्राचीन श्री श्याम मंदिर में वार्षिक फाल्गुनी लक्खी मेले को लेकर मंदिर कमेटी और प्रशासन अलर्ट है. भक्तों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए मंदिर परिसर में 75 सुरक्षा गार्ड तैनात किए जाएंगे. बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए व्हीलचेयर की विशेष व्यवस्था की जाएगी. पदयात्रियों की सुविधा के लिए मंदिर से जुड़े दोनों मार्गों पर विशेष कालीन बिछाया जाएगा. आगजनी जैसी घटनाओं से निपटने के लिए दमकल वाहन और कर्मचारी मौके पर तैनात रहेंगे.
देशी और विदेशी फूलों से होगा रींगस के श्याम जी का शृंगार
मेले के दौरान बाबा श्याम की प्रतिमा का प्रतिदिन विशेष श्रृंगार किया जाएगा. इसके लिए कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरु के साथ-साथ विदेशों से भी विशेष फूल मंगवाए जाएंगे. ये फूल स्पेशल फ्लाइट से दिल्ली और जयपुर एयरपोर्ट लाए जाएंगे. मंदिर और आसपास के मार्गों की सजावट के लिए बंगाल से विशेष कारीगरों को बुलाया जाएगा.
400 साल पुराना है मंदिर
जानकारी के अनुसार रींगस का श्री श्याम मंदिर लगभग 400 वर्ष पुराना है. यह प्राचीन मंदिर अपने आप में इतिहास समेटे हुए है. इस मंदिर को लेकर लोगों की मान्यता है कि जो भी रींगस के श्री श्याम मंदिर से खाटू के श्याम जी मंदिर तक पैदल यात्रा करता है, बाबा श्याम उस भक्त से सबसे अधिक प्रसन्न होते हैं. इसी कारण एकादशी और मेले के समय रींगस से खाटूश्याम जी पदयात्रा करने वाले भक्तों की भीड़ सबसे ज्यादा रहती है.
Location :
Sikar,Sikar,Rajasthan
First Published :
February 08, 2025, 23:04 IST