RG KAR Case: बुलाए 10, पहुंच गए 18, ममता बनर्जी ने बैठक के बीच अचानक आपा खोया, जानें किसे लगाई फटकार
/
/
/
RG KAR Case: बुलाए 10, पहुंच गए 18, ममता बनर्जी ने बैठक के बीच अचानक आपा खोया, जानें किसे लगाई फटकार
कोलकाता. पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बैठक के लिए 10 जूनियर डॉक्टरों को बुलाया था, लेकिन 18 लोगों को बुलाया गया. इस बैठक में जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि हम चाहते हैं कि राज्य सरकार सीबीआई का समर्थन करे. इस पर ममता बनर्जी ने कहा कि हमने उन्हें 24 घंटे में सब कुछ दे दिया है. हम भी न्याय चाहते हैं. इसके बाद जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि हम स्वास्थ्य सचिव को हटाना चाहते हैं. हमारे पास दस्तावेज हैं. तो ममता ने कहा कि आप यह नहीं कह सकते. जब तक आरोप साबित न हो जाए, तब तक वह शख्स आरोपी है. ममता बनर्जी ने कहा कि मैं आप सभी से अनुरोध करती हूं कि कृपया भूख हड़ताल वापस लें और काम पर लग जाएं.
15 दिनों की भूख हड़ताल के बाद आखिरकार जूनियर डॉक्टरों की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात हुई. बैठक की शुरुआत में जूनियर डॉक्टरों ने अपनी 10 सूत्री मांगों को लेकर बोलना शुरू किया. हालांकि, शुरू से ही मेडिकल छात्रों की सभी मांगों और शिकायतों को ठंडे दिमाग से सुनने के बावजूद ममता बनर्जी अचानक अपना आपा खो बैठीं. मुख्यमंत्री ने सभी मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्यों की मौजूदगी में अपनी आवाज बुलंद की. जब प्रिंसिपलों के खिलाफ शिकायतों की बात उठी तो खुद ममता ने कहा कि ‘कई प्रिंसिपल और एमएसवीपी ठीक से काम नहीं कर रहे हैं. कुछ प्रिंसिपल राजनीतिक तौर पर काम कर रहे हैं. एक सरकारी कर्मचारी जीवन भर एक ही स्थान पर काम नहीं करता है.’
साथ ही ममता ने कहा कि ‘मुझे रेफरल और बेड मॉनिटरिंग सिस्टम के बारे में अपनी राय ईमेल से भेजें. हम इसमें देरी नहीं करना चाहते. इसमें आपकी भागीदारी अहम होगी.’ साथ ही ममता ने कहा कि ‘प्रिंसिपल बनाने में भी इन्हें देखना होगा. आपने डायमंड हार्बर मामला उठाया. ऐसी घटनाएं कई जगहों पर हो चुकी हैं. नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज में भी यही हो रहा है. एक को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया. क्या यह ख़तरे की संस्कृति नहीं है?’
अखिलेश यादव के ‘खास विधायक’ ने फंसा दिया महाराष्ट्र चुनाव का पेंच, अब कैसे होगी सीट शेयरिंग
ममता ने कहा कि ‘मैं आपसे सहमत हूं कि काम का बोझ बढ़ गया है. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति दयनीय है. आरजी कर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने बिना किसी से सलाह लिए 47 लोगों को सस्पेंड कर दिया. क्या यह खतरे की संस्कृति नहीं है? अब से किसी को सस्पेंड करने से पहले ये बताएं कि उन्हें सस्पेंड क्यों किया गया है? जांच समिति इस पर गौर करेगी.’
Tags: CM Mamata Banerjee, Kolkata News, West bengal
FIRST PUBLISHED :
October 21, 2024, 20:15 IST