पीएम मोदी की कूटनीति रंग लाने लगी है. भारत जहां एक ओर यूक्रेन में सीजफायर का अगुवा बनकर उभरा है, वहीं कई देश भारत के पीछे आकर खड़े हो गए हैं. यूएन जनरल असेंबली में भी भारत की ये दमदार ताकत नजर आई. जब अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन भारत की तारीफ करते दिखे. अगले ही दिन इसी मंच से चिली के राष्ट्रपति ने भारत को यूएन का स्थायी सदस्य बनाने की मांग कर डाली. इसके चंद घंटों बाद जब फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को मौका मिला, तो उन्होंने भी यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में भारत को स्थायी सदस्य बनाने की वकालत कर डाली. पुरजोर समर्थन भी जताया.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत के चुनावों की तारीफ करते हुए कहा था, हमने घाना से लेकर भारत और दक्षिण कोरिया तक दुनिया भर के लोगों को शांतिपूर्वक अपना भविष्य चुनते देखा है. दुनिया की एक-चौथाई आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाले देश इस साल चुनाव करा रहे हैं. जबकि इसी मंच से उन्होंने चीन को चेतावनी दी थी. इसके बाद जब चिली की बारी आई, तो चिली के राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक ने UN सिक्योरिटी काउंसिल में भारत की सदस्यता का समर्थन किया. महज 38 साल की उम्र में वह दुनिया के 7वें सबसे युवा राष्ट्राध्यक्ष हैं.
Watch: At UNGA address, French President Emmanuel Macron backs India’s Inclusion successful reformed UNSC; helium besides backed Brazil, Germany, Japan & 2 countries from Africa pic.twitter.com/IAQHZLMCAi
— Sidhant Sibal (@sidhant) September 26, 2024
गुरुवार को बारी थी फ्रांस की. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों जब संबोधन करने पहुंचे तो उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सिक्योरिटी काउंसिल में तत्काल बदलाव की मांग की. यूएन महासभा में बोलते हुए मैक्रों ने कहा, हमें संयुक्त राष्ट्र को और अधिक कुशल बनाना चाहिए. हमें इसे और अधिक जवाहदेह बनाने की आवश्यकता है और इसीलिए फ्रांस सुरक्षा परिषद के विस्तार के पक्ष में है. जर्मनी, जापान, भारत और ब्राजील को इसका स्थायी सदस्य होना चाहिए. साथ ही दो ऐसे देश भी होने चाहिए जो अफ्रीका का प्रतिनिधित्व कर सकें.
Chile’s President Gabriel Boric backs India’s rank astatine UNSC during his UNGA address. At 38 years, helium is the 7th youngest caput of authorities successful the world.
Ctsy UN Web pic.twitter.com/D1fOrWb5nN
— Sidhant Sibal (@sidhant) September 25, 2024
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद क्या है?
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद यानी यूएन सिक्योरिटी काउंसिल संयुक्त राष्ट्र के छह मुख्य संस्थाओं में से एक है. इसका काम दुनिया में शांति और सुरक्षा बनाए रखना है. इसमें 15 सदस्य होते हैं लेकिन 5 सदस्य स्थायी हैं, जिनके पास वीटो पावर है. ये अमेरिका, चीन, फ्रांस, रूस और यूनाइटेड किंगडम हैं. 10 अस्थायी सदस्य होते हैं, जो 2-2 साल के लिए चुने जाते हैं. इनके पास कोई वीटो पावर नहीं होता. दुनिया में जिस तरह जंग का माहौल है, ऐसे में इस संस्था की जरूरतें बढ़ गई हैं. ईरान, तुर्की समेत कई देश वीटो को मनमाना बताते हैं.
स्थायी सीट के लिए भारत की दावेदारी
अमेरिका-फ्रांस समेत कई स्थायी देशों ने भारत को इस ग्रुप का परमानेंट मेंबर बनाने के लिए समर्थन दिया है. लेकिन चीन लगातार इसका विरोध करता है. भारत की दावेदारी के लिए मैक्रों का यह बयान पीएम मोदी के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के ही मंच से इसमें सुधार की वकालत की थी. सोमवार को पीएम मोदी ने कहा था कि संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों की भविष्य की प्रासंगिकता इस बात पर निर्भर करती है कि वे कितनी तेजी से सुधार कर सकते हैं.
Tags: Emmanuel Macron, PM Narendra Modi News, United Nations Security Council, UNSC meetings
FIRST PUBLISHED :
September 27, 2024, 01:28 IST