भारतीय कोस्ट गार्ड ने अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के पास समुद्र में 5500 किलोग्राम ड्रग्स पकड़ा है। नशे की यह खेप म्यांमार की मछली पकड़ने वाली नाव से जब्त की गई है। इस नाव का नाम “सो वेई यान हू” है। कोस्ट गार्ड ने प्रतिबंधित ड्रग मेथमफेटामाइन के साथ एक पोर्टेबल इनमारसैट सैटेलाइट फोन भी जब्त किया है। पिछले कुछ दिनों में अंडमान समुद्र में रोहिंग्या नाव और म्यांमार के कई शिकारी देखे गए हैं। इनमें से कुछ पकड़े भी गए हैं। पकड़े गए शिकारियों से संयुक्त पूछताछ के दौरान कई खुलासे हुए, जिसके बाद अंडमान समुद्र पर कड़ी निगरानी रखी जा रही थी और अब नशे की सबसे खेप पकड़ी गई है।
निगरानी के दौरान भारतीय तटरक्षक बल के डोर्नियर विमान ने एक नाव का पता लगाया जो संदिग्ध लग रही थी। इसकी सूचना संयुक्त ऑपरेशन केंद्र (जेओसी) को दी गई, जिसने संदिग्ध लाव को रोकने के लिए श्री विजया पुरम से आईसीजी फास्ट पेट्रोल पोत, आईसीजी जहाज अरुणा आसफ अली को संदिग्ध नाव का पता लगाने के लिए कहा। आईसीजी जहाज ने मौजूदा खराब समुद्री परिस्थितियों के बावजूद संदिग्ध नाव को रोकने के लिए तेज गति से आगे बढ़ा।
नाव में मिला 5500 किलोग्राम ड्रग्स
आईसीजी जहाज ने एक मछली पकड़ने वाली नाव को रोका, जो स्थानीय भारतीय नाव से मेल नहीं खाती थी। नाव पर म्यांमार का झंडा था, इसलिए 24 नवंबर 24 की सुबह तक उस पर नजर रखी गई। आईसीजी जहाज अरुणा आसफ अली 24 नवंबर 24 को सुबह साढ़े छह बजे जांच के लिए संदिग्ध नाव पर चढ़ा और संयुक्त पूछताछ की गई। इस समय नाव भारतीय जल में बैरन द्वीप से 8 समुद्र मील दूर थी। नाव पर सवार छह नाव चालक दल की पहचान म्यांमार के नागरिकों के रूप में की गई। नाव की तलाशी के दौरान, बोर्डिंग पार्टी ने एक पोर्टेबल इनमारसैट सैटेलाइट फोन के साथ लगभग 5500 किलोग्राम सफेद क्रिस्टलीय पदार्थ पकड़ा गया।
25 नवंबर को वापस लौटा जहाज
आईसीजी जहाज अरुणा आसफ अली और पकड़ी गई नाव 25 नवंबर 24 को सुबह पांच बजे श्री विजयपुरम पहुंचे। यह ऑपरेशन भारतीय जलक्षेत्र में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी और अवैध शिकार के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ी सफलता है। यह भारतीय तटरक्षक बल द्वारा पकड़ी गई नशे की अब तक की सबसे बड़ी खेप है। इस घटना से यह साफ है कि अंतरराष्ट्रीय समुद्री मादक पदार्थों का व्यापार बढ़ रहा है और नई चुनौतियां पेश कर रहा है। वहीं, भारतीय कोस्ट गार्ड सीमा सुरक्षा और नशे के अवैध व्यापार को रोकने के लिए प्रतिबद्ध हैं।