Last Updated:January 31, 2025, 12:31 IST
Food Consumption Rules: हिंदू धर्म में भोजन के नियमों का पालन करने से ग्रह-नक्षत्रों की कृपा प्राप्त होती है. भोजन मंत्र का उच्चारण करना, जमीन पर बैठकर भोजन करना और पूर्व दिशा की ओर मुख करके भोजन करना महत्वपूर...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- भोजन मंत्र का उच्चारण अवश्य करें.
- जमीन पर बैठकर भोजन करना उत्तम माना जाता है.
- भोजन करते समय पूर्व दिशा की ओर मुख करें.
Food Consumption Rules : हिंदू धर्म में हमारी दिनचर्या के लिए भी नियम बताए गए हैं. इन नियमों का ध्यान रखकर हम अपने ग्रह नक्षत्र की कृपा प्राप्त कर सकते हैं. इन नियमों का पालन करके हमारे जीवन में खुशहाली आती है. हमारे शास्त्रों में सुबह उठने से लेकर रात में संयंत्र तक हर कार्य के लिए एक सही समय और नियम बताए गए हैं. भोजन का हमारे जीवन में बहुत अहम स्थान होता है. भोजन के नियमों का पालन करके हम स्वस्थ जीवन के साथ-साथ ग्रह नक्षत्र की कृपा भी प्राप्त कर लेते हैं. भोजन ग्रहण करने के लिए शास्त्रों में क्या नियम बताए गए हैं. आइये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं.
भोजन मंत्र का करें उच्चारण : धर्म शास्त्रों के अनुसार भोजन ग्रहण करने से पहले भोजन मंत्र का उच्चारण अवश्य करना चाहिए. ऐसा करने से हमारे शरीर में भोजन लगता है. साथ ही ईश्वर का शुक्रिया अदा हो जाता है.
भोजन मंत्र :
ॐ सह नाववतु, सह नौ भुनक्तु, सह वीर्यं करवावहै ।
तेजस्वि नावधीतमस्तु मा विद्विषावहै ॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥
अन्नपूर्णे सदापूर्णे शंकर प्राण वल्लभे।
ज्ञान वैराग्य सिद्धयर्थ भिखां देहि च पार्वति।।
ब्रह्मार्पणं ब्रह्महविर्ब्रह्माग्नौ ब्रह्मणा हुतम् ।
ब्रह्मैव तेन गन्तव्यं ब्रह्मकर्म समाधिना ।।
भोजन का नियम : शास्त्रों में बताया गया है कि इंसान को जमीन पर बैठकर ही भोजन करना चाहिए. जमीन पर एक आसन बिछाकर उस पर बैठना भोजन करने के लिए उत्तम माना जाता है. जमीन पर भोजन करने से भोजन शीघ्र पच जाता है.
भोजन की दिशा : वास्तु शास्त्र के अनुसार व्यक्ति को हमेशा पूर्व दिशा की ओर मुंह करके भोजन करना चाहिए यदि पूर्व दिशा में भोजन करना संभव नहीं है तो उत्तर दिशा की ओर मुख करके भोजन करना चाहिए. दक्षिण दिशा की ओर मुख करके किया गया भोजन प्रेत भोजन माना जाता है. पश्चिम दिशा की ओर मुख करके किया गया भोजन रोग में वृद्धि करता है.
इन बातों का रखें विशेष ध्यान :
- भोजन करते समय तन और मन पवित्र होना चाहिए.
- भोजन करते समय मौन रहना चाहिए.
- थाली में उतना ही भोजन लें जितना का सके भोजन को बिगाड़ना नहीं चाहिए.
- पूजा करने के पश्चात उसे थाली में झूठे हाथों को नहीं धोना चाहिए.
- बिस्तर पर बैठकर भोजन नहीं करना चाहिए एवं नीचे अखबार बेचकर भोजन नहीं करना चाहिए.
- भोजन के बाद भाई करवट लेकर लेटना या वज्रासन करना चाहिए.
First Published :
January 31, 2025, 12:31 IST