भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा स्वदेशी सीई20 क्रायोजेनिक इंजन के प्रज्वलन परीक्षण को सफलतापूर्वक पूरा करने के एक दिन बाद इसरो प्रमुख एवं अंतरिक्ष विभाग के सचिव वी. नारायणन ने शनिवार को कहा कि यह परीक्षण विभिन्न मिशन के लिए फायदेमंद साबित होगा.
नारायणन ने बेंगलुरु में आयोजित ‘एयरो इंडिया इंटरनेशनल सेमिनार, 2025' के 15वें द्विवार्षिक संस्करण के मौके पर ‘पीटीआई-भाषा' को बताया, ‘‘हम मिशन की बेहतरी के लिए उड़ान में क्रायोजेनिक चरण को फिर से शुरू करना चाहते हैं. इसलिए, हमने हाल ही में इस सिलसिले में एक परीक्षण किया है.''
सात फरवरी को इसरो ने ‘मल्टी-एलिमेंट इग्नाइटर' के साथ एलवीएम3 के ऊपरी चरण को शक्ति देने वाले स्वदेशी सीई20 क्रायोजेनिक इंजन का सफलतापूर्वक प्रज्वलन परीक्षण किया.
अंतरिक्ष एजेंसी ने एक बयान में कहा कि यह परीक्षण शुक्रवार को तमिलनाडु के महेंद्रगिरि स्थित इसरो प्रणोदन परिसर में उच्च स्थल परीक्षण प्रतिष्ठान में किया गया. यह इंजन भारत के महत्वाकांक्षी गगनयान मिशन के लिए महत्वपूर्ण है.
इससे पहले दिन में, समारोह को मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित करते हुए नारायणन ने कहा कि लोग अक्सर आसानी से कह देते हैं कि परियोजनाओं में देरी हो रही है, लेकिन इसरो और एयरोस्पेस क्षेत्र की परियोजनाएं बेहद जटिल और चुनौतीपूर्ण हैं.