Agency:News18 Uttar Pradesh
Last Updated:January 31, 2025, 09:54 IST
Mukhtar Ansari: लखनऊ के डालीबाग में मुख्तार अंसारी की 1.05 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति अब सरकारी हो गई है. आयकर विभाग ने इसे 2023 में जब्त किया था. अब इस जमीन पर गरीबों के लिए फ्लैट बनाए जा रहे हैं. मुख्तार अ...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- मुख्तार अंसारी की बेनामी संपत्ति अब सरकारी हो गई है
- लखनऊ में गरीबों के लिए फ्लैट बनाए जा रहे हैं
- 1.05 करोड़ रुपये की जमीन 2023 में जब्त की गई थी
लखनऊ. राजधानी लखनऊ के डालीबाग में माफिया मुख्तार अंसारी की बेनामी संपत्ति अब सरकारी हो गई है. आयकर विभाग के आदेश को नई दिल्ली स्थित निर्णायक प्राधिकारी ने सही ठहराया है. आयकर विभाग ने मुख्तार अंसारी की डालीबाग, लखनऊ की बेनामी जमीन को ज़ब्त करने का आदेश दिया था. निर्णायक प्राधिकारी के आदेश के बाद यह संपत्ति सरकारी हो गई है.
वर्तमान में इस जमीन पर LDA गरीबों के लिए फ्लैट बना रहा है. आयकर विभाग ने 1 अक्टूबर 2023 को मुख्तार की बेनामी संपत्ति के रूप में 3234 वर्ग फुट जमीन को ज़ब्त किया था. इस संपत्ति की कीमत 1.05 करोड़ रुपये है. इसे बेनामी संपत्ति लेनदेन निषेध (पीबीपीटी) अधिनियम के तहत कुर्क किया गया था.
आयकर विभाग की कार्रवाई को सही ठहराया
सुनवाई के दौरान प्राधिकरण ने गाजीपुर की महिला तनवीर सहर को संपत्ति का बेनामीदार और मुख्तार अंसारी की पत्नी अफ्शां अंसारी और उसके गैंग के सदस्य गणेश दत्त मिश्रा को हितधारक करार दिया. प्राधिकरण ने आयकर विभाग की कार्रवाई को सही ठहराते हुए तनवीर सहर को अंसारी परिवार का सहयोगी बताया. गौरतलब है कि मार्च 2024 में मुख़्तार अंसारी की बांदा जेल में तबीयत बिगड़ने के बाद मौत हो गई थी. माफिया से नेता बने मुख्तार अंसारी मऊ सदर सीट से पांच बार विधायक भी रहा. उसके खिलाफ 60 से अधिक मामले लंबित थे, जिसमें से आठ मामलों में उसे सजा भी हो चुकी थी.
Location :
Lucknow,Uttar Pradesh
First Published :
January 31, 2025, 09:54 IST
मुख्तार अंसारी की बेनामी संपत्ति हुई सरकारी, 2023 में जब्त की गई थी जमीन