Last Updated:January 31, 2025, 12:15 IST
Ganesh Jayanti 2025: गणेश जयंती 1 फरवरी 2025 को मनाई जाएगी. इस दिन भगवान गणेश की पूजा से जीवन की समस्याएं दूर होती हैं. संतान प्राप्ति के लिए व्रत महत्वपूर्ण है. चंद्रमा को अर्ध्य देना आवश्यक है.
हाइलाइट्स
- गणेश जयंती इस बार 1 फरवरी 2025 को मनाई जाएगी.
- संतान प्राप्ति के लिए गणेश जयंती पर व्रत महत्वपूर्ण है.
- गणेश जयंती पर चंद्रमा को अर्ध्य देना भी आवश्यक है.
Ganesh Jayanti 2025 : हिंदू धर्म के अनुसार माघ मास में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश जयंती का पावन पर्व मनाया जाता है. पूरे देश में इस पर्व को अलग-अलग नाम से भी मनाया जाता है. तिलकुट चतुर्थी, वरद चतुर्थी, माघ शुक्ल चतुर्थी, माघी गणपति एवं गणेश जयंती आदि नाम के साथ इस धूमधाम से मनाया जाता है. इस बार गणेश जयंती 1 फरवरी 2025 शनिवार के दिन मनाई जाएगी. मान्यता है इस दिन प्रथम पूज्य भगवान श्री गणेश की पूजा करने से जीवन से तमाम समस्याओं का अंत हो जाता है. संतान प्राप्ति के लिए इस दिन व्रत बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है.
गणेश जयंती महत्व : मान्यता है कि इस दिन भगवान श्री गणेश का जन्म हुआ था. भगवान श्री गणेश की विधि विधान से पूजा करने वाले व्यक्ति के जीवन से सभी प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं. एवं उनके हर कार्य बनने लगते हैं. आज के दिन जो दंपति पूरी श्रद्धा और निष्ठा के साथ प्रथम पूज्य श्री गणेश का पूजन एवं व्रत करते हैं. उन्हें उत्तम संतान की प्राप्ति होती है.
चन्द्रमा को दिया जाता है अर्ध्य : प्रातः काल उठकर सबसे पहले दैनिक क्रियो से निवृत्त होकर भगवान श्री गणेश की पूजा करने के पश्चात व्रत का संकल्प लें. सांयकाल में प्रभु की आरती कर फलाहार करें. शाम के समय दोबारा स्नान करके भगवान श्री गणेश की पुनः पूजा करें. तत्पश्चात रात्रि कल में भगवान चंद्र देव को अर्ध्य दे. उसके पश्चात ही आपका व्रत संपन्न होगा.
इन वस्तुओं का पूजा में करें प्रयोग : भगवान श्री गणेश की पूजा के दौरान ओम गन गणपतए नमः मंत्र का जाप करते रहे हैं. भगवान को दीपक, धूपबत्ती या अगरबत्ती के साथ फल और पुष्प चढ़ाएं. पश्चात भगवान श्री गणेश को मोदक का भोग लगाएं. भगवान श्री गणेश का शोडशोपचार पूजन भी जरूर करें.
गणेश जयंती पर भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए ये उपाय किए जा सकते हैं:
- गणेश जी को सुबह स्नान-पूजा करके पांच दूर्वा चढ़ाएं.
- गणेश जी को लड्डू, मोदक, या बूंदी के लड्डू चढ़ाएं.
- गणेश जी को लाल सिंदूर चढ़ाएं.
- गणेश जी को चमेली या पारिजात के फूल अर्पित करें.
- गणेश जी को लाल गुड़हल के फूलों की माला पहनाएं.
- गणेश जी को केले जोड़े में चढ़ाएं.
- गणेश जी को अक्षत चढ़ाएं.
- गणेश जी को भोजन, वस्त्र, या अनाज का दान करें.
- हाथी को हरा चारा खिलाएं.
- हरी मूंग की दाल को चावल के साथ मिलाकर दान करें.
First Published :
January 31, 2025, 12:15 IST