क्या होगा अगर व्हाइट हाउस पर प्लेन क्रैश हो जाए, कैसे काम करेगा सेफ्टी सिस्टम

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Last Updated:January 31, 2025, 14:56 IST

वाशिंगटन डीसी में 30 जनवरी को जिस तरह व्हाइट हाउस के पास ही एक विमान और हेलिकॉप्टर में हवा में भिड़ंत हो गई और कोई नहीं बचा. उसके बाद ये सवाल उठ रहे हैं अगर कोई विमान ऐसे में व्हाइट हाउस के ऊपर गिर जाए तो क्या ...और पढ़ें

क्या होगा अगर व्हाइट हाउस पर प्लेन क्रैश हो जाए, कैसे काम करेगा सेफ्टी सिस्टम

हाइलाइट्स

  • व्हाइट हाउस के पास विमान और हेलिकॉप्टर की टक्कर हुई
  • व्हाइट हाउस के ऊपर नो-फ्लाई ज़ोन है
  • व्हाइट हाउस में मिसाइल डिफेंस सिस्टम है

वाशिंगटन डीसी के निकट एक वाणिज्यिक एयरलाइनर और एक सैन्य हेलीकॉप्टर के बीच 30 जनवरी को व्हाइट हाउस के करीब ही हवा में टक्कर हुई. इस हादसे में कोई भी चिंता नहीं बचा. ये हादसा उस जगह हुआ, जो व्हाइट हाउस और अन्य प्रमुख सरकारी मुख्यालयों की वजह से विशेष तौर पर अत्यधिक प्रतिबंधित हवाई क्षेत्र है. इसके बाद बड़े पैमाने पर ये सवाल हो रहे हैं कि क्या होगा अगर कोई विमान व्हाइट हाउस पर क्रैश हो जाए.

इस हादसे में कोई भी जिंदा नहीं बचा है. हवा में टक्कर PSA एयरलाइंस बॉम्बार्डियर CRJ700 जेट के अमेरिकी सेना के ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर से टकराने की वजह से हुई. हेलीकॉप्टर कथित तौर पर एक प्रशिक्षण अभ्यास कर रहा था. उसमें चालक दल के तीन सदस्य सवार थे.

व्हाइट हाउस संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति का आधिकारिक निवास है. इसलिए इसकी सुरक्षा को बहुत गंभीरता से लिया जाता है. व्हाइट हाउस के ऊपर किसी भी तरह के विमान या हेलिकॉप्टर के हमले की आशंका को दूर करने की हर कोशिश की गई है.

व्हाइट हाउस नो फ्लाई जोन है. उसके ऊपर ही नहीं बल्कि आसपास के बड़े इलाके में ना तो हवाई जहाज घुस सकता है और ना ही उड़ सकता है. (Image generated by ChatGPT)

ये नो फ्लाई जोन है
व्हाइट हाउस के ऊपर से कोई भी प्लेन या हेलिकॉप्टर नहीं उड़ सकता. इसकी अनुमित नहीं है. ये एक नो-फ्लाई ज़ोन है. इस क्षेत्र का उल्लंघन करने वाले विमानों को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं.

व्हाइट हाउस तुरंत मिसाइल दाग सकता है
व्हाइट हाउस में मिसाइल डिफेंस सिस्टम भी लगा हुआ है, जो किसी भी मिसाइल हमले को रोकने में सक्षम है. इसका अपना मजबूत डिफेंस सिस्टम है.

इलेक्ट्रॉनिक युद्ध क्षमता
व्हाइट हाउस में इलेक्ट्रॉनिक युद्ध क्षमता भी है, जो किसी भी इलेक्ट्रॉनिक हमले को विफल करने में सक्षम है.

अगर विमान गिर गया तो…
अगर ऐसा हो गया तो विमान के आकार और उसमें मौजूद ईंधन की मात्रा के आधार पर, व्हाइट हाउस को गंभीर क्षति हो सकती है. अगर विमान गिरा तो व्हाइट हाउस और और उसके आसपास मौजूद लोगों के हताहत होने की आशंका हो सकती है. विमान में मौजूद ईंधन से आग लग सकती है और विस्फोट हो सकता है, जिससे आसपास के क्षेत्र में भी नुकसान हो सकता है.

व्हाइट हाउस की सुरक्षा के लिए लड़ाकू विमान 24 घंटे तैयार और तैनात रहते हैं. (Image generated by ChatGPT)

बहुस्तरीय सुरक्षा प्रणाली
अमेरिका के पास व्हाइट हाउस जैसे संवेदनशील स्थानों को हवाई हमलों से बचाने के लिए एक बहुस्तरीय सुरक्षा प्रणाली मौजूद है.
1. NORAD (नॉर्थ अमेरिकन एयरोस्पेस डिफेंस कमांड)
NORAD अमेरिका और कनाडा की वायु सीमाओं की निगरानी करता है. इसमें 24 घंटे F-16 या F-22 जैसे लड़ाकू विमान हमेशा तैयार रहते हैं. जो तुरंत नो-एयर जोन में घुसने पर प्रतिक्रिया देते हैं. ये जेट्स 10-15 मिनट के भीतर उड़ान भरने के लिए तैयार रहते हैं.

2. FAA (फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन)
FAA नागरिक विमानन गतिविधियों पर नज़र रखता है. यदि कोई विमान तय मार्ग से भटकता है या संचार बंद कर देता है, तो FAA तुरंत NORAD और सेना को सूचित कर देते हैं.

3. वाशिंगटन एयर डिफेंस आइडेंटिफिकेशन ज़ोन (ADIZ): इस क्षेत्र में उड़ान भरने वाले सभी विमानों को पहले से योजना और पहचान साझा करनी होती है.

 चेतावनी के बाद प्लेन को मारकर गिरा दिया जाएगा
अनधिकृत विमान को पहले रेडियो या विजुअल सिग्नल (जैसे फ्लैशिंग लाइट्स) के माध्यम से चेतावनी दी जाती है. यदि विमान नहीं मानता, तो लड़ाकू जेट्स उसे सुरक्षित क्षेत्र में ले जाने या अंतिम उपाय के रूप में नष्ट करने का अधिकार रखते हैं. इसके लिए राष्ट्रपति या उच्च-स्तरीय कमांड की मंजूरी जरूरी है. 9/11 के हमले के बाद इंटरसेप्ट प्रक्रियाओं को और सख्त बना दिया गया.

कुछ घटनाएं ऐसी हुई हैं
व्हाइट हाउस के ऊपर विमान या हेलिकॉप्टर के हमले की कुछ ऐतिहासिक घटनाएं हुई हैं. इनमें से किसी में भी व्हाइट हाउस को कोई गंभीर नुकसान नहीं हुआ.
– 1994 में, एक छोटे विमान ने व्हाइट हाउस की चारदीवारी में घुसने की कोशिश की थी, लेकिन उसे सुरक्षाकर्मियों ने मार गिराया.
– 2004 में एक हेलिकॉप्टर व्हाइट हाउस के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया लेकिन इसमें किसी को कोई चोट नहीं लगी.
– जब 11 सितंबर 2001 को आतंकवादियों ने विमानों का इस्तेमाल करके न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और पेंटागन पर हमले किए थे. तब ये आशंकाएं भी जताई गईं थीं कि कहीं आतंकवादी व्हाइट हाउस पर इस तरह के हमले नहीं कर दें.

जब दुनिया के दूसरे प्रेसीडेंट के आवास पर हमले हुए
चिली: 11 सितंबर 1973 को चिली में सैन्य तख्तापलट के दौरान, राष्ट्रपति सल्वाडोर अलेंदे के सरकारी आवास ला मोनेदा पैलेस पर वायुसेना के विमानों से बमबारी की गई थी. अलेंदे की हमले में मृत्यु हो गई.
वेनेजुएला: 2018 में, वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो पर एक ड्रोन हमले का प्रयास किया गया था, जब वह एक सैन्य परेड में भाषण दे रहे थे. हालांकि हमला विफल रहा था।
फिलीपींस: फिलीपींस के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुर्तेते के आधिकारिक आवास मालाकेनांग पैलेस पर भी 2019 में एक ड्रोन हमला हुआ था. इसमें भी कोई हताहत नहीं हुआ.

Location :

Noida,Gautam Buddha Nagar,Uttar Pradesh

First Published :

January 31, 2025, 14:56 IST

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